रिपोर्ट – राहुल प्रताप सिंह
लगातार अपने बयानों के कारण विवादों में घिरे रहने वाले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का एक बार फिर बयान चर्चा का विषय बना हुआ. इस बार वे इशारो – इशारों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मांग को अनुचित बताया.
बता दें कि CM नीतीश कुमार लंबे समय से बिहार को लेकर विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रहे हैं. इसको लेकर काफी समय से सियासत भी हो रही है. वहीं, एक बार फिर यह मांग तेज हो गई है. जेडीयू के कई नेता इस मांग को फिर से दोहराने लगे हैं. कुछ दिन पहले LJP सुप्रीमो केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की अगुवाई वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) भी इस मांग का अब समर्थन कर रही है.
वहीं, एनडीए में शामिल केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के सुर इससे अलग दिख रहे है उन्होंने कहा कि नीति आयोग पहले ही कह चुका है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा। ऐसे में यह मांग उठाना सही नहीं है।
यही नहीं रुके तेजस्वी पर भी बोला हमला.
तेजस्वी को बोलने का कोई अधिकार नहीं है. भ्रष्टाचार की उपज खुद तेजस्वी हैं. हम 1980 से विधायक रहे हैं. बिहार की क्या स्थिति उनके राज में थी, यह हम जानते हैं. तेजस्वी यादव थेथरोलॉजी करते हैं और थेथरोलॉजी पर ही विश्वास करते हैं.