रिपोर्ट – राहुल प्रताप सिंह
इधर लगातार अपने बयानों से चर्चा में रहने वाले बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री डॉ दिलीप कुमार जायसवाल पटना के शास्त्रीनगर स्थित सर्वे प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित अपर समाहर्ताओं की मासिक बैठक में एक बार फिर अपने बयान से सियासी चर्चा में आ गए है. उन्होंने खुले तौर पर यह बात स्वीकार की है कि उनके विभाग में भ्रष्टाचार हो रहा है और बिना पैसे लिए कोई काम नहीं होता है.
मंत्री ने कहा की मेरी कुर्सी किसी भी भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं होगी। जब मैं ईमानदारी से सब काम करना चाहता हूं तो अधिकारियों से भी अपेक्षा करूंगा कि वो भी अपना काम पूरी ईमानदारी और निष्ठा से करें। बदलाव एक दिन या एक महीने में नहीं आएगा लेकिन जब इच्छा शक्ति मजबूत हो तो ये काम मुश्किल नहीं है। अंचल स्तर पर विभाग की बदनामी कम करने के लिए अपर समाहर्ताओं (ADM) को पहल करनी ही होगी।’
राजस्व कर्मचारी और उनके नीचे स्तर के मुंशी और दलालों ने भू माफियाओं के साथ मिलकर स्थिति को और गंभीर बना दिया है. गरीब लोगों का भी कोई काम बिना पैसे के नहीं हो रहा है. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग आमलोगों से सीधा जुड़ा हुआ विभाग है.
इस मामले पर विपक्ष ने माँगा नीतीश से जवाब, मंत्री के इस बयान पर राजद फ्रंटफुट पर आ गई है। राजद ने सीएम नीतीश कुमार से जवाब मांग लिया है।