रिपोर्ट: सुजीत पाण्डेय
लालू यादव 2004से लेकर 2009 तक केंद्र में काफी प्रभावी मंत्री रहे. लालू यादव उस वक़्त बिहार को विशेष राज्य का दर्जा कांग्रेस सरकार से नहीं दिला पाये थे. ये आरोप बराबर नीतीश कुमार लगाते है. नीतीश कुमार और उनकी पार्टी 2005 से ही इस मुद्दे पर अड़ी है. अब मोदी सरकार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया तो लालू मोदी से ज्यादा नीतीश कुमार पर गुस्सा हैं. लालू ने कहा नीतीश कुमार को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए.
लालू ने दिल्ली में पत्रकारों से वार्ता करने के दौरान कहा केन्द्र सरकार ने विशेष राज्य की मांग को ठुकरा दिया है. ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस्तीफा दे देना चाहिए. विशेष राज्य का दर्जा हम लोग ले कर रहेंगे. केन्द्र सरकार को विशेष राज्य का दर्जा बिल्कुल देना पड़ेगा. वहीं उन्होंने ये भी कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है.
यही नहीं आरजेडी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल (X) से भी केन्द्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा गया है. कहा गया है कि, ”नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार ने बड़ी निर्लज्जता से बिहार को ‘विशेष राज्य’ पर झुनझुना पकड़ा दिया! विशेष राज्य का दर्जा नहीं तो विशेष पैकेज के नाम पर ही बिहार को कुछ भी दे दें! जदयू ये कहकर भाजपा के सामने नतमस्तक हो गई है.
दरअसल जेडीयू के सवाल पर केंद्रीय राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने इस बाबत दलील भी रखी.जब भी किसी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाता है तो उसके लिए जिन प्रवाधानों को पूरा करना पड़ता है वो बिहार पुरे नहीं करता है है. इसलिए विशेष राज्य का दर्जा देना संभव नहीं है.