रिपोर्ट: सुजीत पाण्डेय
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट आज पेश किया गया। केंद्र सरकार ने बिहार में पर्यटन बढ़ाने पर जोर दिया है. काशी विश्वनाथ के तर्ज पर बिहार में विष्णुपद और महाबोधी कॉरिडोर, नालंदा में सप्तऋषि कॉरिडोर और इसके साथ ही राजगीर बड़ा टूरिस्ट सेंटर बनेगा. नालंदा में पर्यटन का विकास होगा. नालंदा यूनिवर्सिटी के विकास के लिए भी बजट मिला है. इतना कुछ मिलने के बाद राजनेताओं में श्रेय लेने की होड़ मची हुई है.
केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी और बिहार सरकार के मंत्री प्रेम कुमार ने इन घोषणाओं को लेकर श्रेय लेने के लिए प्रेस रिलीज जारी किया गया है साथ ही पुराने मांग पत्र की प्रति को भी संलग्न किया गया जिससे लोगों को विश्वास हो जाए कि इन्होंने ही मोदी सरकार से मांगकर घोषणा कराई है.
हम पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नंदलाल मांझी ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया है की हमारे नेता जीतन राम मांझी और संतोष मांझी ने लगातार इस मांग को उठाया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात कर विशेष रूप से ध्यान आकर्षित करने का काम किया। आज बजट में पर्यटन कॉरिडोर के स्वीकृति कर बिहार को उपहार दिया , मांझी ने इसके लिए आभार प्रकट किया है और कहा है कि बचे हुए कार्यों को भी जल्द पूरा किया जाएगा।
वही बिहार सरकार के मंत्री प्रेम कुमार की तरफ से भी सोशल मीडिया पर लिखा गया कि मेरे द्वारा दिए गए ज्ञापन को संज्ञान में लेते हुए आम बजट में विष्णुपद मंदिर और महाबोधि मंदिर को काशी विश्वनाथ की तर्ज पर बनवाने के लिए मोदी सरकार ने ऐलान किया है.
आपको बता दें जीतनराम मांझी जब मुख्यमंत्री थे पितृपक्ष मेला को राजकीय मेला का दर्जा दिया था. वही प्रेम कुमार का घर विष्णुपद क्षेत्र में है और उसी क्षेत्र से विधायक 1990 से लगातार बनते आ रहे है लेकिन अभी तक विष्णुपद क्षेत्र में उनका द्वारा किए किसी बड़े काम का शिलापट्ट नहीं दिखता है.