बिहार में जहरीली शराब से मौत का तांडव शुरू

रिपोर्ट: सुजीत पाण्डेय

बिहार के समस्तीपुर जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के जलालपुर जहरीली शराब मामले में मंगलवार रात एक और मौत हो गई। इस मौत के बाद गांव में हर तरफ चित्कार मच गया. बता दें कि इस मामले में गत 18 जुलाई को विक्की कुमार नामक युवक की मौत हो गई थी।

17 जुलाई की रात जलालपुर गांव के मुर्गा फार्म कारोबारी विकास कुमार उर्फ विक्की ने अपने मित्र रूपेश कुमार, पंकज कुमार ,प्रिंस कुमार और विक्रम कुमार के साथ अपने मुर्गा फार्म पर शराब पार्टी की थी। शराब गांव के ही सिंकु कुमार नामक युवक ने लाकर दी थी। शराब सेवन के तीन-चार घंटे के बाद ही सभी लोग बीमार पड़ने लगे। आनन फानन में सभी के परिवार वाले उसे अस्पताल में भर्ती कराया। विक्की कुमार की स्थिति काफी गंभीर थी पहले परिवार वाले उसे हाजीपुर लेकर गए । फिर पटना एम्स लेकर गये जहां उपचार के दौरान विक्की की मौत हो गई, वहीं प्रिंस समेत अन्य युवकों का उपचार चल रहा था। बाकी युवकों की स्थिति समान्य थी। जबकि प्रिंस की स्थिति शुरू से ही गंभीर बनी हुई थी। रात में प्रिंस की भी मौत हो गई। इसके बाद परिवार के लोग तड़के प्रिंस का शव लेकर वापस गांव पहुंचे थे.

2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने शराबबंदी (Alcohol Ban) करने का वादा किया था. उनके इस वादे का असर ये हुआ था कि महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत 60 के करीब हो गया था. कई इलाकों में तो 70 फीसदी से ज्यादा महिलाओं ने वोट दिया था. सरकार बनने के बाद अप्रैल 2016 में बिहार में शराबंबदी का कानून आया. 1 अप्रैल 2016 को बिहार देश का 5वां ऐसा राज्य बन गया जहां शराब पीने और जमा करने पर प्रतिबंध लग गया

बिहार में शराबबंदी लागू है, लेकिन यहां शराब की खपत महाराष्ट्र से भी ज्यादा है. महाराष्ट्र में शराबबंदी नहीं है. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे (NFHS-5) के आंकड़े बताते हैं कि ड्राई स्टेट होने के बावजूद बिहार में महाराष्ट्र से ज्यादा शराब की खपत होती है.

आंकड़ों के मुताबिक, बिहार में 15.5% पुरुष शराब पीते हैं. जबकि, महाराष्ट्र में शराब पीने वाले पुरुषों की तादात 13.9% है. हालांकि, 2015-16 की तुलना में बिहार में शराब पीने वाले पुरुषों में काफी कमी आई है. 2015-16 के सर्वे के मुताबिक, बिहार में करीब 28 फीसदी पुरुष शराब पीते थे.

NFHS-5 के आंकड़े ये भी बताते हैं बिहार के ग्रामीण और शहरी इलाकों में महाराष्ट्र की तुलना में शराब पीने वालों की संख्या ज्यादा है. बिहार के ग्रामीण इलाकों में 15.8% और शहर में 14% पुरुष शराब पीते हैं. वहीं, महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में 14.7% और शहरी इलाकों में 13% पुरुष शराब का सेवन करते हैं.