रिपोर्ट – राहुल प्रताप सिंह
बिहार पुलिस क़ी नई पहल अब थाना पहुंचने वाले आमजन थाने के प्रशासनिक अधिकारीयों के उनके प्रति व्यवहार और कार्य का फीडबैक क्यूआर कोड के जरिए दे सकेंगे.
कैसे काम करेगा क्युआर कोड
जैसे ही अपने स्मार्टफोन से क्यूआर कोड को स्कैन करेंगे, एक गूगल फॉर्म खुलेगा. फॉर्म में आपका नाम, थाना, फोन नंबर, थाने आने का कारण, थाने की साफ सफाई, शिकायत की प्राप्ति मिली या नहीं, पुलिस अधिकारी से मिलने में कितना समय लगा, पुलिस अधिकारी का व्यवहार कैसा था, महिला हेल्प डेस्क की काउंसलिंग से संतुष्ट हैं, आपको महिला हेल्पलाइन से मदद मिली या नहीं संबंधित जानकारी पूछी जाएगी. आखिरी में आप अपना सुझाव भी लिख सकते हैं.
वरिय अधिकारी तक शिकायत पहुंचाने में होंगी आसानी
पटना एसएसपी राजीव मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस पहल को शुरू करने का मकसद पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार करना और शिकायतकर्ताओं की बातों को शीघ्रता से सुनकर निपटारा करना है। इस फीडबैक सिस्टम के जरिए लोग बता पाएंगे कि थाने में दर्ज उनकी शिकायतों पर कितनी कार्रवाई की गई है। आम लोग और शिकायतकर्ता थानों में होने वाली अपनी परेशानियों को वरीय अधिकारियों तक सरलता से पहुंचा पाएंगे।
कहाँ से स्कैन कर सकते है क्युआर कोड
थाना के अंदर जाते ही यह क्यूआर कोड थाने के गेट पर, ओडी ऑफिसर के बैठने वाली जगह के पास, महिला हेल्प डेस्क के पास, पुलिस की गाड़ियों के पीछे, थानों के कैंपस में जगह-जगह लगाए जाएंगे
फिलहाल ये तकनीक सिर्फ स्मार्टफ़ोन में काम करेगा
जानकारी के अनुसार फिलहाल अभी यह एंड्रॉयड मोबाइल यूजर के लिए डेवलप किया गया है. बाद में फीचर फोन व अन्य तकनीकों के इस्तेमाल में भी लाया जाएगा. इस क्यूआर कोड को डेवलप चारो एसपी व एएसपी सदर ने मिलकर किया है और इसकी मॉनीटरिंग सीधे एसएसपी कार्यालय से की जाएगी.