रिपोर्ट – राहुल प्रताप सिंह
भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) बोधगया में प्रशिक्षण लेंगे क़ृषि विभाग के अधिकारी. यहां प्रबंधन के गुर सीखेंगे। इसके लिए कृषि विभाग और आईआईएम बोधगया के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया है.
दोनों के बिच हुआ समझौता
कृषि विभाग से बामेती निदेशक धनंजय पति त्रिपाठी और आईआईएम बोधगया की निदेशक विनीता एस सहाय ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया ।
क़ृषि मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा इससे व्यक्तित्व कौशल बढ़ेगा
कार्यक्रम में माननीय कृषि मंत्री श्री मंगल पांडे ने कहा कि यह पाठ्यक्रम नेतृत्व और व्यक्तित्व कौशल को बढ़ाएगा और अधिकारियों को कृषि क्षेत्रों में अपने काम में सुधार करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
देश कों बदलने के लिए शिक्षा, प्रशिक्षण और क्षमता ज़रूरी ..
आईआईएम बोधगया की निदेशक डॉ. विनीता एस सहाय
ने कहा क़ी युवा जनशक्ति को देश की संपत्ति में बदलने के लिए शिक्षा, प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण ही एकमात्र रास्ता है।
अप्रचलित चीजों कों छोड़ने से होगा व्यक्तित्व विकास
क़ृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने अप्रचलित चीजों को छोड़ने और सीख को विकसित करने पर जोर दिया, जिससे अधिकारियों को क्षमता निर्माण में मदद मिलेगी।
आईआईएम बोधगया बिहार के विभिन्न विभागों में सीखा रहा है प्रबंधन के गुर
आईआईएम बोधगया नेतृत्व और प्रबंधन क्षमता विकसित करने में बिहार राज्य का समर्थन करने में तत्पर है। संस्थान अभी तक बिहार सरकार के विभिन्न विभागों जैसे जल संसाधन विभाग, राज्य स्वास्थ्य सोसायटी, बिहार पुलिस अकादमी, बीआईपार्ड और उद्योग विभाग को नेतृत्व और प्रबंधन प्रशिक्षण प्रदान करने में सक्रिय रूप से शामिल है.
कार्यक्रम में दोनों विभागों के कई पदाधिकारीगण रहे मौजूद
मौके पर कृषि निदेशक मुकेश कुमार लाल, उद्यान निदेशक अभिषेक कुमार, अपर सचिव शैलेंद्र कुमार, उप निदेशक शारदा शर्मा, आईआईएम बोधगया के प्रो. अमित श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।