रिपोर्ट- सुजीत पाण्डेय
लोकसभा चुनाव में राजद ने अपने पुराने सिपाही को दरकिनार कर दिया था. उसका अंजाम ये हुआ की राजद की करारी हार हुई थी. अब लालू अपने बेटे तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए “शरणम गच्छामि” फार्मूला पर काम कर रहे है. इसी फार्मूला के तहत लालू और तेजस्वी ने हेना शहाब से मुलाक़ात की है उन्हें भरोसा दिलाया है की उन्हें राजनीती में सम्मान दिया जायेगा.
रुपौली विधानसभा उपचुनाव में तेजस्वी ने हार को भाँपते हुए हुए बीमा भारती को पप्पू यादव के पास भेजा था. “शरणम गच्छामि” फार्मूला को अपनाया था. अब 2025 विधानसभा चुनाव को देखते हुए लालू- तेजस्वी ने दिवंगत शहाबुद्दीन की पत्नी और बेटे से मुलाक़ात की है. ये मुलाक़ात सिर्फ हेना शहाब को मनाने के लिए नहीं है हेना शाहब के प्रभाव वाले क्षेत्र मुस्लिम वोट को साधने के लिए है. बताया जा रहा है की रुपौली विधानसभा उपचुनाव में भी शंकर सिंह जीत में हेना शहाब ने बड़ा योगदान अदा किया था. मुस्लिम वोटर्स के बीच शंकर सिंह के पक्ष में वोट देने के लिए गुप्त प्रचार भी किया था.
सूत्रों के अनुसार इन तीनों नेताओं के बीच पटना के बोरिंग रोड स्थित एक वरिष्ठ राजद नेता के आवास पर मुलाकात हुई है. इन नेताओं के बीच लगभग एक घंटे तक बातचीत हुई. सूत्रों के मुताबिक इससे पहले भी इस हफ्ते हेना साहेब दो बार लालू प्रसाद से मिल चुकी हैं. इस मुलाकात के बाद दोनों परिवारों के बीच संबंध मजबूत होने जा रहे हैं.
बता दें लालू को MY फॉर्मूला ने ही उन्हें 2005 तक बिहार की सत्ता में टिकाए रखा. शहाबुद्दीन के निधन के बाद से आरजेडी में अपनी अनदेखी से हिना शहाब नाराज चल रही थीं. इस मुलाकात को हिना शहाब और लालू परिवार के बीच बिगड़े संबंध को फिर से मजबूत करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है.