कुछ तो चिराग की पार्टी में हुआ है, आनन-फानन में पदाधिकारियों की बैठक और फिर शाह से मिले

रिपोर्ट- सुजीत पाण्डेय

चिराग पासवान की पार्टी लोजपा(आर) में फूट की तस्वीर अब साफ होती दिख रही है. पिछले कुछ दिनों के राजनीतिक घटनाक्रम से आशंका जताई जा रही थी की पार्टी के तीन सांसद टूट रहे हैं. राजद विधायक मुकेश रोशन के लोजपा (आर) में टूट के दावे के बाद से आनन-फानन में चिराग पासवान ने पार्टी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई. और फिर शाम को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की.

चिराग पासवन ने अपने ट्वीट में लिखा कि आज नई दिल्ली में देश के गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान कई राजनीतिक बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चाएं हुई। ये मुलाकात सामान्य नहीं है. चिराग के बागी तेवर और भाजपा – चाचा पारस के मज़बूत होते रिश्ते के बीच इस मुलाक़ात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. चर्चाओं के दौर में ये कहा जा रहा है कि तू डाल-डाल मैं पात -पात की कहावत चरितार्थ हो रही है. यानी चिराग बागी तेवर अपना रहे थे और मोदी के फैसलो का विरोध कर रहे थे साथ ही विपक्षियों के सुर में सुर मिला रहे थे. भाजपा ने प्रत्यक्ष रूप से चिराग को कुछ नहीं बोला बस चाचा पारस को भाव देना शुरू कर दिया. उसके बाद राजद विधायक द्वारा सांसद की टूटने की बात सामने आ गई. इन दोनों घटनाक्रम से चिराग के होश ठिकाने आ गए और वो भागे-भागे अमितशाह से मिलने पहुंच गए.

इससे पहले आज पटना में चिराग ने पार्टी के पदाधिकारियों के साथ अहम बैठक की थी. जिसकी तस्वीरें सामने आने के बाद कई सवाल खड़े होने लगे. क्या ये बैठक पार्टी में टूट के अटकलों को खत्म करने के लिए की गई थी, क्योंकि आरजेडी विधायक के दावे ने सियासी पारा बढ़ा दिया है। उन्होने दावा किया कि चिराग की पार्टी के तीन सांसद बीजेपी में शामिल हो सकते हैं, जिसके बाद चिराग की पार्टी के नेताओं के साथ इमरजेंसी बैठक ने भी इस दावे को बल दिया है.

चिराग पासवान को जोड़कर लोजपा-आर के पांच सांसद हैं. जिसमें अरुण भारती, वीणा सिंह, राजेश वर्मा और शांभवी चौधरी हैं. लोकसभा चुनाव में चिराग की पार्टी 5 सीटों पर लड़ी थी और पांचों पर जीत दर्ज की थी. मोदी कैबिनेट में केंद्रीय मंत्री का पद भी चिराग को मिला है. बीते कुछ दिनों से जिस तरह चिराग अलग मुद्दों पर जो स्टैंड ले रहे हैं, उससे कहीं न कहीं बीजेपी नेताओं में नाराज़गी दिख रही है.