रिपोर्ट- सुजीत पाण्डेय
बिहार की धर्मनगरी गयाजी में आम जन बिजली आपूर्ति में कटौती से परेशान है. सूरज ढलने के बाद मानो धर्मनगरी में अंधेरे में डूबी हुई है. रहवासी बिजली विभाग के ऑफिस मे दर्जनों बार कॉल मिलाते हैं, लेकिन वो सफ़ेद हाथी साबित होता है.
पितृपक्ष सिर पर है और गया शहर में बिजली व्यवस्था चरमरा गई है. सोशल मिडिया पर गया जी के लोग लिखकर पोस्ट कर रहे हैं- रात में मच्छरों का प्रकोप सोने नहीं दे रहा है. भीषण उमस भरी गर्मी से परेशानी डबल हो गई है. बिजली विभाग को और उसके कर्मचारियों को फोन करते रहे लेकिन ज्यादातर कर्मचारियों का फोन बंद रहता है या उसका जवाब देना नहीं चाहते है. आधे शहर में घंटो बत्ती गुल रहती है. वही ग्रामीण इलाकों का भी यही हाल है। कई गावों के सैकड़ो घर अंधेरे में डूबे रहते हैं. एक फाल्ट बनाने वाला कोई नहीं है. आम जनजीवन बेहाल है व्यापरियों का भी धंधा मंदा दिख रहा है.
बता दें शहर में बार-बार बिजली कटौती से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. शहर में दिन और रात में बीच-बीच में बिजली कटौती का दौर जारी रहता है. बिजली विभाग है कि बारिश और मेंटनेस का बहाना बनाकर अपनी जिम्मेदारी से बचने का प्रयास करता है.
हालांकि विभिन्न राज्यों से आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए मेला क्षेत्र में कही भी अंधेरा/ ब्लैक स्पॉट नहीं मिलेगा. इसी को लेकर जिलाधिकारी त्यागराजन एसएम ने कुछ दिन पूर्व मध्य रात्रि को मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थलों, विभिन्न पार्किंग स्थलों, विभिन्न सड़को का घूम घूम कर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था का निरीक्षण किया है.