रिपोर्ट – राहुल प्रताप सिंह
बिहार में चल रहे प्रीपेड स्मार्ट मीटर के खिलाफ विपक्ष के हंगामे के बिच मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने 1, अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ भवन में ऊर्जा विभाग की उच्चस्तरीय कार्य की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा की स्मार्ट मीटर के खिलाफ लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है जनता से अफवाहों से दूर रहने की अपील की.
अधिकारीयों कों दिये सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ऊर्जा विभाग के बैठक में विभाग के अधिकारीयों कों सख्त निर्देश दिया उन्होंने कहा की लोगों के बिच अभियान चलाकर स्मार्ट मीटर के फायदे के बारे में जागरूक कीजिये. उनकी समस्याओं कों सुनिए और त्तपरता से समाधान कीजिये. सभी जिले के जिलाधिकारी भी स्मार्ट प्रीपेड मीटर कों लेकर लोगों कों जागरूक करें और प्रेरित करें.
हमने अपना वादा पूरा किया, लोग भ्रमित न हों – सीएम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ऊर्जा विभाग के बैठक में कहा की हमने 15 अगस्त 2012 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गांधी मैदान में अपने संबोधन के दौरान वादा किया था कि अगर बिजली की स्थिति में सुधार नहीं लायेंगे तो 2015 के विधानसभा चुनाव में मैं वोट मॉगने लोगों के बीच नहीं आऊँगा। हमने वादा किया और उसे अक्षरशः पूरा करते हुये हर घर तक लोगों को बिजली पहुंचा दी गई। जो लोग दुष्प्रचार और अफवाह फैला रहे हैं उससे लोग भ्रमित न हों।
2025 तक बिहार के सभी घरों में लगेगा स्मार्ट प्रीपेड मीटर
मुख्यमंत्री के ऊर्जा विभाग के समीक्षा बैठक में ऊर्जा विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से विभागीय कार्यों की जानकारी दी. उन्होंने के बताया की राज्य में अब तक 50.23 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लग चुके है जिनमे 17.47 लाख शहरी तथा 32.76 लाख ग्रामीण क्षेत्रों में है. 2025 तक जो घर बाकि है उनमे स्मार्ट मीटर लगाने का है लक्ष्य.
किसानों को सस्ती और निर्बाध बिजली मिलती रहे इसके लिए क़ृषि फीडर लगाये जा रहे है
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमलोगों ने सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा दिया है। सभी सरकारी भवनों की छतों पर सोलर प्लेट लगाए गए हैं। सभी गांव और टोलों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाई जा रही है ताकि लोगों को रात में भी रोशनी मिलती रहे और आवागमन में कोई असुविधा न हो। किसानों के लिये कृषि फीडर लगाये जा रहे हैं ताकि किसानों को सस्ती और निर्बाध बिजली मिलती रहे और उन्हें सिंचाई कार्य में असुविधा न हो।
बैठक में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा और विभाग के संबधित आला अधिकारी मौजूद थे.