रिपोर्ट – राहुल प्रताप सिंह
चार दिवसीय लोक आस्था के महापर्व छठ पर पूरा बिहार छठमय हो गया है. शहर के मोहल्लों, गांव की गलियों से लेकर चौक-चौराहों तक में छठी मईया के गीत से भक्तिमय हो गया है. आम से लेकर खास लोग इस पर्व की तैयारी में जुटे हैं. बिहार के कई जेलों में भी छठ की तैयारी चल रही है.बेऊर जेल में महिला और पुरुष सहित 70 बंदी छठ पूजा कर रहे हैं.
हर साल जेल प्रशासन बंदियों को पूजा पाठ करने की सभी सामग्री उपलब्ध कराती है.
लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर हर साल जेल प्रशासन बंदियों को पूजा पाठ करने की सभी सामग्री उपलब्ध कराती है और पूरे विधि विधान के साथ छठ व्रती बंदी अपना पूजा पाठ करते हैं। मंगलवार को जेल के अंदर नहा खाए के बाद बुधवार को बंदी छठव्रती खरना का प्रसाद ग्रहण कर 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू करेंगे।
बेऊर जेल में महिला और पुरुष सहित 70 बंदी छठ पूजा कर रहे हैं.
पटना के केंद्रीय कारा बेउर में महिला और पुरुष सहित 70 बंदी छठ पूजा कर रहे हैं. मौके पर जेल प्रशासन ने सभी छठ व्रतियों के लिये पूरी तैयारी की है. जेल में मौजूद छठ व्रतियों को पूजा सामग्री उपलब्ध करायी जा रही है. खरना के रोज भी कारा प्रशासन बंदियों को प्रसाद उपलब्ध कराएगा. कुल 13 महिलाएं और 57 पुरुष बंदी छठ व्रत करेंगे.
शुद्धता का पर्याय माने जाने इस पर्व में जेल में भी शुद्धता का ख्याल रखा जा रहा है.
बेउर जेल के अंदर बने तालाब की सफाई करा दी गई है जहां व्रती गुरुवार को अस्ताचलगामी सूर्य को और शुक्रवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देंगे. जेल प्रशासन मुताबिक जेल में छठव्रती के किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो इसका जेल प्रशासन पूरा ख्याल रख रहा है. शुद्धता का पर्याय माने जाने इस पर्व में जेल में भी शुद्धता का ख्याल रखा जा रहा है.
बता दें की चार दिनों के इस महापर्व में व्रती मंगलवार को नहाय-खाय से व्रत की शुरुआत करेंगे. बुधवार को खरना किया जाएगा जबकि गुरुवार को अस्ताचलगामी और शुक्रवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रती अन्न-जल ग्रहण कर ‘पारण’ करेंगे.