ज़ब – ज़ब नीतीश कुमार की तबियत ख़राब या कहे किसी कारण वश मौन होते है उनके गटबंधन वाली पार्टियां टेंशन में आ जाती है. बिहार में एक कथन भी प्रचलित है खरमास के बाद बिहार के सियासत में नीतीश कुमार कुछ नया करते है.ध्यान देने वाली बात ये हैं कि जब नीतीश कुमार पलटी मारने वाले होते हैं, तब पूरी तरह से इस तरह की बातों को नकारते रहते हैं. वह कहते हैं कि क्या फालतू की बात करते रहते हैं. हम यही हैं. ऐसी कोई बात नहीं है. मगर, कुछ दिनों बाद सियासी हलचल बढ़ जाती है और सरकार बदल जाती है.
नीतीश के नेतृत्व में ही लड़ेंगे 2025 का विधानसभा चुनाव – बीजेपी
बता दें कि जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के आवास पर एनडीए के सहयोगी दलों की बैठक हुई.बैठक के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि 2025 में चुनाव को लेकर बैठक हुई है और एनडीए के संयुक्त समिति के द्वारा चुनाव प्रचार किया जाएगा. साथ ही साथ 15 जनवरी से प्रखंड स्तर तक में अभियान चलाए जाएंगे. वहीं, मुख्यमंत्री पद के दावेदारी पर दिलीप जायसवाल ने साफ कहा कि 2025 में नेतृत्व नीतीश कुमार ही करेंगे एनडीए का.
नीतीश कुमार हमारे नेता हैं और वहीं हमारे नेता रहेंगे – विजय सिन्हा
भाजपा नेता डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा है कि सीएम नीतीश कुमार की अगुवाई में चुनाव लड़ा जाएगा, कहीं कोई भ्रम नहीं है. नीतीश कुमार हमारे नेता हैं और वहीं हमारे नेता रहेंगे. कुछ लोग जरूर भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे कभी सफल नहीं हो सकते. नीतीश कुमार को लेकर हमारा नेतृत्व ये तमाम बातें पहले ही स्पष्ट कर चुका है.
कब – कब पलटी मारे है नीतीश कुमार ?
2013 में नीतीश कुमार ने पहली बार बीजेपी से गठबंधन तोड़ लिया. 2014 के लोकसभा चुनाव में नीतीश अकेले ही मैदान में उतरे, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. 2015 के चुनाव में नीतीश कुमार ने आरजेडी और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया.
2017 में नीतीश आरजेडी से अलग होकर बीजेपी के साथ चले गए. 2019 और 2020 के चुनाव में नीतीश एनडीए के बैनर तले चुनाव मैदान में उतरे. 2022 में नीतीश का मन फिर बदल गया और वे पलटी मार कर आरजेडी के साथ आ गए. 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश आरजेडी से अलग होकर बीजेपी में चले गए.
रिपोर्ट: राहुल प्रताप सिंह