बिहार की धर्मनगरी गयाजी में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. पूरा जिला शीतलहरी की चपेट में है. गया में दो विश्व प्रसिद्ध स्थली है. यहां विष्णुपद मंदिर और महाबोधि मंदिर हैं. इन तीर्थ स्थलों पर भक्तों की आस्था देखते ही बन रही है. कनकनी, कोहरे और शीतलहरी के बावजूद भक्त आस्था में जुटे हुए हैं. मोक्ष स्थली विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद में जहां रोजाना हजारों तीर्थ यात्री अहले सुबह से कंंपकंपाती ठंड में अपने पितरों के मोक्ष की कामना को लेकर पिंडदान करने में जुटे हैं, तो महाबोधि मंदिर में श्रद्धालु ठंड के बीच बुद्धम शरणम गच्छामि के मंत्रोच्चार में जुटे हुए हैं.
बिहार में कुुहासे का कोप है तो शीतलहरी चल रही है. घने कुहासे छाए रह रहे हैं. वहीं, इसके बावजूद भक्तों की आस्था देखते ही बन रही है. कोहरे से विष्णुपद मंदिर और महाबोधि मंदिर ढंके नजर आ रहे हैं. फिलहाल के दिनों में अपराह्न तक यही स्थिति रह रही है. कभी-कभी दिन भर कुहासे छाए रह जा रहे हैं. वही, भक्तों की आस्था देखते ही बन रही है. इस ठंड के बीच विष्णुपद मंदिर में जहां विष्णु नगरी में पिंडदान तो महाबोधि मंदिर में बुद्धम शरणम गच्छामि के मंत्रोच्चार गूंज रहे हैं.
अहले सुबह चार-पांच बजे से ही मोक्ष भूमि विष्णुपद में पिंडदान करने वालों का तांता लग जा रहा है. महाराष्ट्र, तमिलनाडु, यूपी, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल से तीर्थ यात्री काफी तादाद में पहुंच रहे हैं. तीर्थ यात्री यहां पहुंचकर अपने पूर्वजों के निमित्त पिंडदान का कर्मकांड कर रहे हैं. इस भीषण ठंड में श्रद्धालुओं की यह आस्था देखते ही बन रही है. वही, श्रद्धालुओं का कहना है, कि आस्था हो, तो उसके आगे कोई भी मौसम, विपरीत हालात आङे नहीं आते हैं.
वही, बोधगया में भारी ठंड के बीच मंत्रोच्चार गूंज रहे हैं. भगवान बुद्ध की ज्ञानस्थली बोधगया में काफी संख्या में देश के अलावा विदेशी श्रद्धालुओं पर्यटकों का आना हुआ है. ऐसे में फिलहाल में महाबोधि मंदिर इन दिनों सुबह से लेकर अपराह्न तक कोहरे के धुंध में लिपटा नजर आ रहा है इसके बावजूद श्रद्धालु भगवान बुद्ध की आस्था में जुटे हुए हैं और बुद्ध शरणम गच्छामि के मंत्र गूंज रहे है.
बता दें, कि बिहार में सबसे ज्यादा ठंड गया जिले में पड़ती है. पहाड़ी और नदी से घिरा होने के कारण गया में सर्वाधिक ठंड पड़ती है. यहां की ठंड हाङ कंपा देने वाली होती है. हालांकि, गया विश्व प्रसिद्ध स्थली है. गया में विष्णु पद मंदिर है तो बोधगया में महाबोधि मंदिर है. ऐसे में देश के अलावा विदेशों से श्रद्धालुओं का आना इस भीषण ठंड में भी जारी है.