भ्रष्टाचार के खिलाफ पोस्टर उठाने वाला MLA ही निकला भ्रष्ट , रंगे हांथ नोट की गड्डी …

राजनीति में नेताओं के घोटालें की कई खबरें आप आये दिन पढ़ते होंगे या सुनते होंगे पर हम आपको ऐसे नेता से जुड़ी खबर के बारे में बताने वाले है जिन्होंने सदन भ्रष्टाचार के खिलाफ पोस्टर उठाया था. वही विधायक सदन में बात न उठाने को लेकर घूस मांगा. भेद तब खुली जब विधायक तय समय के अनुसार व्यक्ति से घूस का पैसा लें रहे थे . जानिए पूरा मामला क्या है ? 

करोड़ रुपए में डील हुआ था पूरा मामला

दरअसल यह मामला राजस्थान से जुड़ा हुआ जो 4 अप्रैल से शुरू हुआ था, जब विधायक जयकृष्ण पटेल ने एक माइंस मालिक से घूस की डील शुरू की थी. विधायक ने खदान से संबंधित मुद्दे पर विधानसभा में सवाल लगाए थे और फिर उन सवालों को वापस लेने के बदले घूस की मांग की. विधायक ने शुरुआती बातचीत में 10 करोड़ रुपये की मांग की थी. मगर अंत में कुल मिलाकर ढाई करोड़ रुपए में डील फाइनल हुई.

पहले लें चुके थे एक लाख दूसरे बार में हो गये गिरफ्तार

शिकायतकर्ता ने बताया की पहले ही एक लाख रुपए दे दिए थे और रविवार को 20 लाख रुपए की किस्त लेकर एसीबी को सूचित किया. एसीबी ने पूरी प्रक्रिया की रिकॉर्डिंग की और इस मामले में सबूतों के तौर पर कई ऑडियो और वीडियो भी इकट्ठा किए हैं. विधायक ने घूस की राशि खुद ली और कैश गिनते हुए एसीबी के जाल में फंस गए. इस दौरान विधायक का साथी मौके से फरार  इस घूस के खेल में शामिल था.

प्रेसवार्ता में डीजी एसीबी रवि मेहरड़ा ने बताया, “यह मामला राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी सख्त कार्रवाई का हिस्सा है. हमारे पास विधायक के खिलाफ सभी ठोस सबूत हैं. इस पूरी डील को लेकर शिकायतकर्ता ने हमें सूचित किया था और हमने इस ट्रैप को सफलतापूर्वक अंजाम दिया. विधायक को रंगे हाथ पकड़ा गया है और उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है.”

कौन है विधायक जयकृष्ण पटेल ?

बता दें राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के बागीदोरा विधानसभा (एसटी) सीट से पहली बार जयकृष्ण पटेल विधायक बने. जयकृष्ण पटेल ने कथित तौर पर खदानों से संबंधित प्रश्न हटाने के लिए शिकायतकर्ता से 10 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी. सौदा 2.5 करोड़ रुपये में तय हुआ था.