आज बिहार सरकार ने गया जिले का नाम बदलकर गया जी कर दिया है. नीतीश कुमार ने अपने मुख्य्मंत्री काल में पहली बार किसी जगह का नाम बदला है. गया जिले का नाम बदलने के बाद सोशल मीडिया पर कई सवाल उठाये जा रहे हैं. यूजर्स को लग रहा है धार्मिक कारणों से ये नाम बदला गया है. ये एक वजह है इसके साथ और एक बड़ी वजह है.
बिहार के गया अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट कोड GAY (गे) है, जिसे समलैंगिकता से जोड़ा जाता है. कई बार संसदीय समिति ने संसद में इस पर आपत्ति जताई है. समिति ने कहा कि धार्मिक महत्व रखने वाले शहर के लिए ‘GAY’ (गे) कोड का उपयोग किया जाना सही नहीं है. सरकार को इस कोड को बदलने के लिए सभी प्रयास करने चाहिए. संसद में पैनल ने कोड बदलकर ‘YAG ‘ करने का सुझाव दिया है. हालांकि कोड बदलने पर कोई निर्णय नहीं लिया गया. अब जिले का नाम बदलने से एयरपोर्ट कोड GAY के जगह उम्मीद है की GAYJ हो जायेगा. अब विदेशी पर्यटक गया को गे नहीं बोलेंगे.
गया एयरपोर्ट का कोड बदलने के मामले में एयरपोर्ट अथॉरिटी के डायरेक्टर ने कहा कि अथॉरिटी के स्तर पर कुछ नहीं किया जा सकता है. कोड अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आइएटीए) निर्धारित करता है, वही बदल सकता है.
बता दें की गया को मोक्ष की भूमि और विष्णु की नगरी माना जाता है। यहां का महत्व मुख्य रूप से पिंडदान और श्राद्ध कर्म से जुड़ा है। मान्यता है कि यहां पिंडदान करने से पितरों को मोक्ष प्राप्त होता है और उनका उद्धार होता है. गया में फल्गु नदी के किनारे पिंडदान किया जाता है, जो हिंदुओं के लिए एक पवित्र स्थान है. गया, बौद्ध धर्म के लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बोधगया के निकट स्थित है, जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था.
रिपोर्ट- सुजीत पाण्डेय