कांग्रेस का हर एक कदम राजद से दूरी बना रहा है, अब कांग्रेस ने कहा – महिलाओं को देंगे 2500 रुपये

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले महागठबंधन के प्रमुख घटक दल कांग्रेस और राजद में खींचतान देखने को मिल रही है. कांग्रेस जैसे ही एक कदम बढ़ा रही वो दो कदम राजद से दूर हो रही है. आज कांग्रेस ने प्रेस वार्ता करके तेजस्वी की माई बहिन योजना को हाईजैक किया. कहा- चुनाव जीतने के बाद हर माह महिलाओं को 2500 देंगे.

कांग्रेस की महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा ने आज प्रेस वार्ता करके बताया कि महागठबंधन की सरकार बनते ही बिहार में हमारी सरकार हर महीने 2500 रुपए देगी. अलका लांबा और प्रदेश अध्यक्ष ने ‘माई बहिन मान योजना’ कैंपेन की औपचारिक शुरुआत की. इसका विधिवत पोस्टर भी आज जारी किया गया.

अलका लांबा ने कहा कि इस राज्य स्तरीय कैंपेन के तहत कांग्रेस राज्य की सभी महिलाओं से गारंटी फॉर्म भरवायेगी और बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद हर जरूरतमंद महिला के खाते में हर महीने 2500 रुपये की सम्मान राशि सीधे उनके खाते में भेजी जाएगी.

हालांकि कांग्रेस के तरफ से बताया गया है की ये योजना महागठबंधन की है लेकिन बैनर और पोस्टर पर सिर्फ कांग्रेस नेताओं की फोटो थी. यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस ने तेजस्वी के प्लान में सेंधमारी की है. तेजस्वी और राजद की राजनीति दलित और पिछड़ों पर आधारित है. लेकिन, कांग्रेस ने इसमें सेंध लगाने की कोशिश की. राहुल गांधी ने बिहार दौरे में दलितों के हक की बात की. फिर अब नालंदा में दलित सम्मेलन करने जा रहे हैं.

इससे पहले तेजस्वी हर मंच से बिहार मे हुए जातीय जनगणना करवाने का श्रेय लेते थे. इसी बीच राहुल गांधी ने बिहार में जातीय जनगणना को गलत बताया था. इससे तेजस्वी काफी असहज हो गए थे.

कांग्रेस ने राजद से अलग होकर चुनाव लड़ने का भी टोटका आजमाया. वर्ष 2010 में यह फलदायी साबित नहीं हुआ. सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने के बावजूद उसे केवल चार सीटों पर सफलता मिली. अंतत: 2015 में वह राजद गठबंधन में शामिल हुई. उसे 27 सीटों पर सफलता मिली.

बात करें बीते पांच वर्षों में राज्य कांग्रेस की जमीनी गतिविधियों की तो कन्हैया के कार्यक्रम को छोड़कर देखें तो कहीं से यह नहीं कहा जा सकता है कि कांग्रेस इतनी मजबूत हो गई है कि वह अकेले चुनाव लड़े और इतनी सीटें जीत जाए, जिससे उसके सहयोग के बिना किसी की सरकार नहीं बन पाए.