
पटना के इस मैदान में कभी दौड़ते थे अंग्रेजो के घोड़े, आज बना है राजनीतिक अखाड़ों का केंद्र …..
कई राजनीतिक बड़े रैलियों का इतिहास समेटकर रखने वाला पटना के इस मैदान का इतिहास आप कितना जानते है. इसी मैदान से जयप्रकाश नारायण के स्वागत में कभी दिनकर ने कविता पढ़ी थी. यही से 1974 में जयप्रकाश नारायण ने सम्पूर्ण क्रांति का नारा बुलंद किया था आइए जानते इस मैदान का अपना इतिहास क्या…