बिहार के 42वें राज्यपाल बने आरिफ मोहम्मद खान, 26 साल बाद मुस्लिम …

आरिफ मोहम्मद खान ने बिहार के 42वें राज्यपाल के तौर पर शपथ ले लिया है। राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में पटना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस न्यायमूर्ति कृष्णन विनोद चंद्रन ने आरिफ मोहम्मद खान को शपथ दिलाई।

पटना उच्च न्याायलय के चीफ जस्टिस कृष्णन विनोद चंद्रन ने दिलाई पद और गोपनीयता की शपथ

पटना उच्च न्याायलय के चीफ जस्टिस कृष्णन विनोद चंद्रन ने आरिफ मोहम्मद खान को बिहार के नए राज्यपाल के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है। आरिफ मोहम्मद खान बहुजन समाज पार्टी, जनता पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस में रह चुके हैं। इतना ही नहीं वो नीतीश कुमार के साथ केंद्रीय कैबिनेट में कभी मंत्री भी रह चुके हैं।

CM नीतीश के गांव गए थे आरिफ मोहम्मद खान

बता दें की आरिफ मोहम्मद खान नीतीश कुमार के साथ केंद्रीय कैबिनेट में कभी मंत्री भी रह चुके हैं. बुधवार को आरिफ मोहम्मद खान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उनकी मां स्व. परमेश्वरी देवी की पुण्यतिथि की पर सीएम के पैतृक गांव कल्याण बिगहा, हरनौत पहुंचे थे। आरिफ मोहम्मद खान ने मुख्यमंत्री की माता स्व. परमेश्वरी देवी की पुण्यतिथि के अवसर पर कविराज रामलखन सिंह स्मृति वाटिका पहुंचे और परमेश्वरी देवी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की थी। वहां से राज्यपाल और मुख्यमंत्री एक ही गाड़ी से पटना लौटे थे।

26 साल बाद बिहार में आरिफ़ मोहम्मद खान के रूप में मुस्लिम राज्यपाल मिला है

आरिफ मोहम्मद खान 2004 में बीजेपी में हुए थे शामिल
बता दें कि राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान मूल रूप से UP के बुलंदशहर के रहने वाले हैं. अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं. जानकारों का कहना है कि बिहार का राज्यपाल बनाने के पीछे भाजपा की सधी हुई रणनीति है. खान, कांग्रेस पार्टी में भी रह चुके हैं. उसके बाद बसपा में शामिल हुए फिर 2004 में भाजपा में शामिल हुए थे. बिहार के निवर्तमान राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को केरल भेज दिया गया है. बिहार को 26 साल बाद आरिफ़ मोहम्मद खान के रूप में मुस्लिम राज्यपाल मिला है. इससे पहले मुस्लिम समाज से AR किदवई 1998 तक राज्यपाल रहे थे.