रिपोर्ट – राहुल प्रताप सिंह
पिछले कुछ दिनों से नेपाल में हो रही लगातार बारिश के कारण कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है इसी बिच कोसी बराज के सभी 56 फाटक उठा दिए गए हैं आसपास के लोग भयभीत हो गए है.
कोसी बराज के सभी 56 फाटक उठा दिए गए मंडरा रहा है खतरा
प्रशासन ने कोसी में हाई अलर्ट जारी किया है। कोसी बराज से कोसी का डिस्चार्ज पूर्वाह्न बजे 11 बजे 494210 क्यूसेक रिकार्ड किया गया है। बराज के सभी 56 फाटक उठा दिए गए हैं। अभियंताओं की मानें तो अभी बराज पर खतरा नहीं है। हालांकि कोसी तटबंध पर निगरानी बरती जा रही है।
प्रशासन की ओर से माइकिंग की जा रही है ताकि लोग सुरक्षित रहे.
आसपास के सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह तटबंध के अंदर बसी आबादी को बाहर आने और ऊंचे तथा सुरक्षित स्थान पर शरण लेने को कहा जा रहा है। इसके लिए शुक्रवार की रात से ही प्रशासन की ओर से माइकिंग कराई जा रही है। 56 वर्ष बाद कोसी अपना रिकार्ड दोहराएगी। 1968 के अक्टूबर महीने में कोसी बराज का डिस्चार्ज 7,88,000 क्यूसेक तक पहुंच गया था। दशकों बाद इतनी मात्रा में पानी छोडे जाने के कारण पूरे इलाके के लोग काफी भयभीत हैं।
इन जिलों में मंडरा रहा है बाढ़ का खतरा
जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव ने सुपौल, सहरसा,मधेपुरा, खगड़िया, भागलपुर, कटिहार व दरभंगा और खगड़िया के डीएम व एसपी को पत्र भेजकर अलर्ट किया है.
किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए है तैयार – मंत्री
जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि हम किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। सभी अधिकारियों को 24 घंटे तटबंधों की निगरानी करने के लिए कहा गया है। अगले 48 घंटे तक हाईअलर्ट घोषित किया गया है।
शनिवार सुबह आठ बजे कोसी बराज से चार लाख 18 हजार 285 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया है। वहीं बराह क्षेत्र में 3 लाख 53 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है। जिला प्रशासन की टीम तटबंध के इलाकों में अभी भी लोगों को निकालने में जुटा प्रशासन है।