बिहार के मोकामा के बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह के ऊपर बुधवार को जानलेवा हमला हुआ। इस हमले में अनंत सिंह बाल बाल बच गये. अब इस मामले में नया पहलू आया है जिनपर अनंत सिंह ने हमला करने का आरोप लगाया है उसने कहा है की अनंत सिंह को शास्त्र और शस्त्र की परिभाषा समझाएंगे।
क्या है मामला ?
दरअसल बीते बुधवार कों अनंत सिंह मोकामा के नौरंगा गाँव में मुकेश नाम के युवक के घर में ताला लगा दिया था। जिसके बाद मुकेश उनसे मदद मांगने आया। अनंत सिंह ने मौके पर पहुंचकर ताला खुलवाया और उनके समर्थक सोनू-मोनू को बुलाने गए, लेकिन इस दौरान सोनू-मोनू की ओर से गोलीबारी शुरु कर दी गई। जिसमें अनंत सिंह के समर्थक घायल हो गये.
सोनू-मोनू ने अपने ऊपर लगे आरोप को किया ख़ारिज
दरअसल, सोनू-मोनू एक निजी चैनल कों दिये इंटरव्यू में ब उनके ऊपर लगे आरोप को लेकर सोनू ने कहा कि अनंत सिंह आए तो कहां ताला लगा था, कौन ताला लगाया था, क्यों ताला लगाया था ये सब मुद्दे की बात है। अनंत सिंह के गुजरे हुए कल को देखा जाए तो वो क्या हैं संन्यासी हैं, साधु हैं या क्रिमिनल हैं ये वहीं बता सकते हैं। सोनू ने कहा कि हमारे घर में शिक्षित और प्रतिष्ठित लोग हैं। सोनू ने कहा कि ताला लगाने की बात कितना सत्य है ये तो अनंत सिंह ही बता सकते हैं जिनके पास शिकायत करने लोग गए थे।
कौन है सोनू मोनू गैंग जिनपर लगे है हमला का आरोप ?
सोनू मोनू सगे भाई हैं और मोकामा के ही जलालपुर गांव के निवासी हैं. सोनू-मोनू ने साल 2009 में अपराध की दुनिया में कदम रखा. ये दोनों ट्रेन में लूटपाट करने लगे. इसके साथ ही सोनू-मोनू का गांव में ही दरबार लगने लगा. सोनू-मोनू के दरबार में सरकारी अधिकारियों से परेशान लोग सुबह से कतार में खड़े रहते हैं. दोनों भाइयों का मोकामा प्रखंड और अंचल कार्यालय के अधिकारियों व कर्मियों पर ऐसा खौफ है कि फोन पर आवाज सुनते ही समस्या का समाधान हो जाता है. हालांकि, अपराध भी लगातार करते रहे. बताया जाता है कि इन पर एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं
पांच महीने पहले जेल से बाहर आए अनंत सिंह
बता दें कि 14 अगस्त को पटना हाईकोर्ट ने AK-47 और आवास से बुलेट प्रूफ जैकेट मिलने के मामले में उन्हें बरी किया था. इसके बाद उनके खिलाफ पुलिस के पास कोई लंबित मामला नहीं था. ऐसे में उन्हें पिछले साल 16 अगस्त को जेल से आजादी मिली थी और वह बाहर आ गए थे.
अनंत सिंह और सोनू-मोनू पर FIR
बता दें कि दोनों गुटों में हुई गोलीबारी मामले में तीन एफआइआर दर्ज किए गए हैं. अनंत सिंह और सोनू व मोनू के ऊपर भी केस दर्ज किया गया है. अनंत सिंह ने सरकार से मांग की है कि थाना को टाइट किया जाए. थाना सबकुछ देखकर भी आवेदन मांगता है. सोनू-मोनू ने दारोगा के खराब काम का वीडियो बना लिया है. इसी डर से सोनू-मोनू जो बोलता है वही दरोगा करता है.
पूरा गाँव पुलिस छावनी में तब्दील
घटना के बाद नौरंगा गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पुलिस द्वारा अपराधियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। हालांकि, पुलिस ने गैंगवार की संभावना से इनकार किया है।