छात्र नेताओं कों गिरफ्तार करने पर भाकपा माले का विरोध मार्च

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रगति यात्रा पर है. गया में प्रगति यात्रा के दौरान पुलिस ने छात्र नेताओं कों हिरासत में लिया था. जिसके विरोध में भाकपा माले ने अंबेडकर पार्क से जीबी रोड तक विरोध मार्च निकाला. नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.

क्या है मामला ? 

बता दें की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गुरुवार कों गया में प्रगति यात्रा पर थे. वही कुछ छात्र नेताओं कों पुलिस ने हिरासत में रखा था. इसी के विरोध में भाकपा माले ने नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अंबेडकर पार्क से जीबी रोड तक विरोध मार्च निकाला.

मुख्य्मंत्री के जाने बाद सभी कों छोड़ा गया 

गया के चाकंद थाना की पुलिस द्वारा 12 फरवरी की शाम हिरासत में लेकर फतेहपुर थाना में रखा गया। आइसा गया प्रभारी और इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य उपाध्यक्ष तारिक अनवर और आइसा नेता मो. शेरजहां को चाकंद थाना की पुलिस द्वारा हिरासत में रखा गया था. हालांकि अगले ही दिन मुख्यमंत्री के जाने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया.

तानाशाही का एजेंडा चला रहे हैं नीतीश कुमार – तारिक अनवर

वहीं आइसा गया प्रभारी और इंकलाबी नौजवान सभा राज्य उपाध्यक्ष तारिक अनवर ने कहा कि नीतीश कुमार अब पूरी तरह से बीजेपी की गिरफ्त में आकर तानाशाही का एजेंडा चला रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बीपीएससी पीटी घोटाला, परीक्षा पेपर लीक, डोमिसाइल नीति और मगध विश्वविद्यालय की बदहाली पर चुप्पी साधे रखी।

मुख्यमंत्री को उनके सवालों का जवाब देना चाहिए – निरंजन कुमार ( भाकपा माले )

भाकपा माले जिला सचिव निरंजन कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा अब दमन यात्रा में बदल गई है। हर जिले में हमारे छात्र युवा नेताओं को पुलिस हिरासत में ले रही है। इस मनमानी को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। छात्र नेताओं को हिरासत में लेने के बजाय मुख्यमंत्री को उनके सवालों का जवाब देना चाहिए।

विरोध मार्च कार्यक्रम में जिला कमेटी सदस्य रीता वर्णवाल, रामचंद्र प्रसाद, आइसा नेता मो. शेरजहां, छात्र नेता कुणाल किशोर, अर्जुन सिंह, रामानंद सिंह, मोहम्मद नूर, मो. शाकिब, सत्येंद्र मांझी, तेतरी देवी, दिनेश प्रसाद सिन्हा, नेहाल अहमद समेत दर्जनों लोग शामिल थे।