पटना एम्स के साख पर लगा दाग

नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है. लोगों को उम्मीद नहीं थी कि पटना एम्स के डॉक्टर भी कुछ ऐसा करेंगे जिससे एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थान की प्रतिष्ठा धूमिल हो जाएगी.

पूरी बात ये है की सीबीआई ने नीट पेपर लीक मामले में पटना एम्स के चार डॉक्टरों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। यह कार्रवाई नीट पेपर लीक मामले की सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के बीच हुई है। सीबीआई ने तीनों डॉक्टरों के कमरे सील कर दिए हैं और उनके लैपटॉप और मोबाइल भी जब्त कर लिए हैं।पेपर लीक मामले में छानबीन के लिए जब सीबीआई की टीम पटना एम्स में पहुंची और हॉस्टल में उनके कमरों की तलाशी लेने के बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। हिरासत में लेकर चारों डॉक्टरों को सीबीआई ले जाने लगी तो मेडिकल स्टूडेंट्स इसको लेकर के विरोध भी करने लगे। लेकिन एम्स प्रशासन के हस्तक्षेप और जांच अधिकारियों के समझाने के बाद सीबीआई की टीम चारों को अपने साथ ले गई।

जानकारी के अनुसार हिरासत में लिए गए तीन डॉक्टर वर्ष 2021 बैच के मेडिकल स्टूडेंट्स हैं, जबकि एक अन्य वर्ष 2022 का मेडिकल स्टूडेंट्स है। सभी पटना एम्स में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं।