प्रशांत किशोर ने पहल करते हुए बिहार के मुख्य सचिव से छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को वार्ता करवाई थी साथ ही पीके ने ऐलान किया था सरकार को दो दिन का समय देते हैं तो अगर दो दिन में फैसला नहीं होगा तो धरना पर बैठेंगे.
प्रशांत किशोर के धरने पर बैठने से निश्चित तौर पर छात्रों के आंदोलन को अधिक बल मिलेगा. बताया जा रहा है कि बीपीएससी अभ्यर्थियों का आंदोलन आज से और अधिक तेज हो सकता है.
हालांकि, नीतीश सरकार ने बीपीएससी मामले में सख्त रवैया अपना रखा है. बीते 2 हफ्ते से छात्रों के आंदोलन के बाद भी बिहार सरकार की ओर से बीपीएससी अभ्यर्थियों को राहत नहीं दी गई है.
रिपोर्ट- सुजीत पाण्डेय