बात 2008 ज़ब बिहार बाढ़ से लड़ रहा था चारों तरफ हहाकार मचा हुआ था. सुपौल, मधेपुरा, अररिया और कई जिलों में बाढ़ तबाही मचा रही थी. तब तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने बाढ़ डूबते बिहार कों एक सहारा देने का काम किये थे जिनका मुरीद हर बिहारी हो गया था.
28 अगस्त 2008 को मनमोहन सिंह पूर्णिया ( बिहार ) पहुंचे थे.
जब बिहार में बाढ़ ने चारों तरफ तबाही मचा रखी थी . बिहार बाढ़ से लड़ रहा था. कई जिले जलमग्न हो गए थे.तब प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह ने देश का खजाना खोल बाढ़ में डूबते बिहार कों सहारा देने का काम किया था. साल 2008 में बिहार में जब कुसहा बांध टूटा तो भीषण तबाही आई. इस दौरान 28 अगस्त 2008 को मनमोहन सिंह पूर्णिया पहुंचे और वहां से फिर हेलिकॉप्टर से सुपौल, मधेपुरा, अररिया और कई जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया. साथ ही उन्होंने राहत पैकेज के तौर पर एक हजार करोड़ रुपये के मदद का ऐलान कर दिया और एक लाख टन अनाज भी देने का ऐलान किया था.
प्रधानमंत्री रहते हुए मनमोहन सिंह ने बिहार के लिए कई काम किये है
मनमोहन सिंह के अप्रूवल पर पटना में पहला डॉल्फिन रिसर्च सेंटर बना था. बिहार के किशनगंज जिले में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की शाखा खोली गई थी. बिहार को दो केंद्रीय विश्वविद्यालय मिले. उनके कार्यकाल कार्यकाल में 2010 में नालंदा यूनिवर्सिटी अधिनियम संसद में पारित हुआ था.