रिपोर्ट – राहुल प्रताप सिंह
बिहार पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक अनोखी पहल की शुरुआत करने जा रही है. बिहार में महिलाएं अपने घर से बाहर कहीं भी, कभी भी बिहार पुलिस की मदद से सुरक्षित यात्रा कर सकती हैं. यात्रा के दौरान महिलायें सीधे 112 पर कॉल कर 24X7 निःशुल्क सेवा प्राप्त कर सुरक्षित अपने गंतव्य स्थान तक पहुँच सकेंगी.
डायल 112 लेगा महिलाओं क़ी सुरक्षा क़ी जिम्मेवारी
बिहार में अब तक डायल 112 के माध्यम से आपातकालीन पुलिस सहायता, फायर ब्रिगेड व एम्बुलेंस जैसी सेवाएं मिलती आ रही हैं. अब तकनीकी एजेन्सी के सहयोग से डायल 112 का विस्तार किया जा रहा है. डायल 112 सेवा में राज्य की महिलाओं के लिए ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ को जोड़ा गया है, जो पूरी तरह से निःशुल्क है. इस पूरे प्रोजेक्ट में C-DAC तकनीकी सहायता प्रदान करेगी. बिहार पुलिस, महिलाओं की पूरी यात्रा के दौरान कॉन्टैक्ट में रहेगी ज़ब व्हाट्सप्प अपने गंतव्य सुरक्षित नहीं पहुँच जाती.
अगर महिलाएं अपनी यात्रा के दौरान किसी तरह की चिन्ता व्यक्त करती हैं या फिर डायल 112 टीम द्वारा की जा रही कॉल का तत्क्षण उत्तर नहीं दे पाती हैं, तो डायल 112 की ERV (इमरजेंसी रिस्पॉन्स व्हीकल) गाड़ी / थानों की गाड़ी की सहायता से उन तक तत्काल मदद पहुँचाई जाएगी.
महिलाएं देर रात्रि तक पर्व-त्योहारों की खरीदारी करती है
दुर्गा पूजा, दीपावली, छठ के अवसर पर महिलाओं का आवागमन बढ़ जाता है. पर्व-त्योहारों की खरीदारी को लेकर महिलाएं देर रात्रि तक यात्रा करती हैं. ऐसे में आगामी त्योहारों को देखते हुए बिहार पुलिस उससे पहले ही महिलाओं को ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ उपलब्ध करा रही है ताकि वह अपने घर के बाहर भी सुरक्षित महसूस करने के साथ-साथ हर्षोल्लास के साथ त्योहार मना सकें.
15 सितम्बर 2024 से ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ पुरे प्रदेश में लागु हो जाएगा
‘सुरक्षित सफर सुविधा’ की शुरुआत 5 सितंबर 2024 से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर राज्य के 6 जिले पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बेगूसराय एवं नालन्दा में शुरू की जा रही है. मगर 15 सितम्बर 2024 से इस सेवा को पूरे राज्य में लागू किया जाएगा ताकि महिलायें किसी भी वक्त सुरक्षित अपने घर पहुँच सके