बिहार ही नहीं विदेश में भी है गया शहर 

रिपोर्ट – राहुल प्रताप सिंह

भारत के अलावा किस देश में मौजूद है गया शहर, जानें

भारत में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं। इन सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अलग-अलग शहर मौजूद हैं, जिनकी अपनी विशेषता है। इन्हीं में एक है बिहार राज्य का गया शहर वर्तमान में यह शहर सांस्कृतिक, एतिहासिक और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण शहरों में से एक है। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि भारत के अलावा यह शहर विदेश में भी अपनी ख्याति लिए हुए है। विदेश में भी एक गया शहर है, जो कि भारत के शहर के नाम पर स्थित है। कौन-सा है यह देश और क्या है कारण. 

भारत के बिहार राज्य का गया शहर भारत का दूसरा सबसे बड़ा शहर है और यह गया जिले का मुख्यालय भी है। गया बिहार की राजधानी पटना से 100 किमी दक्षिण में स्थित है। यह प्राचीन शहर फल्गु नदी (निरंजना, जैसा कि रामायण में उल्लेख किया गया है) के तट पर है। यह स्थान हिन्दुओं, बौद्धों और जैनियों के बीच पवित्र माना जाता है। गया का नाम पौराणिक राक्षस गयासुर (जिसका शाब्दिक अर्थ है गया दैत्य) से प्राप्त होता है।

भारत के अलावा इस देश में है गया शहर 

बिहार का गया शहर भारत के अलावा दक्षिण कोरिया में भी मौजूद है. दक्षिण कोरिया में भी गया नाम से शहर है। वहां गया संघ (गया कांफिड्रेसी) नाम से एक प्रसिद्ध शहर है, जिसका उद्भव लगभग चौथी-पांचवी शताब्दी माना जाता है। यह शहर बौद्ध संस्कृति एवं सभ्यता का एक जीवंत उदाहरण है, जो आध्यात्मिक रूप से विकसित है। अति प्राचीन काल से ही यह शहर अपनी विशिष्टता के कारण लोगों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहा है। यहां से आसपास के क्षेत्रों एवं जापान में बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार का महत्व बढ़ा।

दोंनो शहरों के बिच क्या है समानता 

प्रो किम बताते हैं कि भौगोलिक एवं सांस्कृतिक दृष्टिकोण से दक्षिण कोरिया का स्वरूप भारत से काफी मिलता है। प्राचीन काल में मगध दुनिया का सबसे शक्तिशाली साम्राज्य के रूप में विकसित था। भगवान बुद्ध की तपोभूमि एवं ज्ञानस्थली होने के कारण यह दुनिया में बौद्ध धर्म तथा इससे प्रस्फुटित हुई सभ्यता का प्रमुख केंद्र रहा है।

 इस वृहद शोध परियोजना द्वारा संजीवित आलेखों, शिलालेखों, वास्तुशास्त्र एवं स्थापत्य कला की समानता से ऐसा प्रतीत होता है कि बिहार के गया शहर से यह सभ्यता दक्षिण कोरिया के गया शहर अथवा परिसंघ में प्रसारित हुआ है।

दोनों शहर अंत्येष्टि व मोक्ष प्राप्ति से है जुड़ा

जिस प्रकार से गया शहर मोक्षदायिनी पवित्र फल्गु नदी के किनारे उद्भव होकर प्रसारित हुआ है, उसी प्रकार से यह शहर भी दक्षिण कोरिया के प्रसिद्ध नाक डोंग नदी के किनारे बसा है, जिसका संस्कृति अपने पूर्वजों के अंत्येष्टि व मोक्ष प्राप्ति से जुड़ा है।