रिपोर्ट- डेस्क
अपने कारोबार से देश ही नहीं विदेश में भी नाम कमाने वाले टाटा कंपनी के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा का निधन हो गया है. टाटा संस के पूर्व चेयरमैन ने 86 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. 7 अक्टूबर को उन्हें अस्पताल भी ले जाया गया, लेकिन उन्होंने खुद बयान जारी कर कहा कि उनकी तबीयत ठीक है, लेकिन 9 अक्टूबर 2024 को उन्होंने अलविदा कह दिया दुनिया के लिए.
टाटा ग्रुप का कारोबार पूरी दुनिया में फैला हुआ है और यह नाम घर की रसोई यानी टाटा साल्ट से लेकर आसमान में हवाई जहाज (एयर इंडिया) तक मौजूद है। समूह में 100 से अधिक सूचीबद्ध और गैर-सूचीबद्ध कंपनियां हैं और उनका कुल कारोबार लगभग 300 अरब डॉलर है. दिवंगत रतन टाटा की संपत्ति की बात करें तो रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत के ‘रतन’ अपने पीछे करीब 3800 करोड़ रुपये की अनुमानित संपत्ति छोड़ गए हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया है.उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘श्री रतन टाटा जी एक दूरदर्शी कारोबारी नेता, एक दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे. उन्होंने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों में से एक को स्थिर नेतृत्व दिया. साथ ही, उनका योगदान बोर्डरूम से कहीं आगे तक गया. उन्होंने अपनी विनम्रता, दयालुता और हमारे समाज को बेहतर बनाने के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता के कारण कई लोगों के बीच अपनी जगह बनाई.’