विनेश ही नहीं शिवानी के साथ भी हुआ अन्याय 

रिपोर्ट – राहुल प्रताप सिंह 

ओलंपिक में विनेश फोगाट (vinesh phogat) के अयोग्य घोषित होने के बाद कुश्ती खिलाड़ी शिवानी पवार का दर्द छलक उठा। भारतीय स्टार पहलवान विनेश फोगाट बुधवार को महिलाओं की 50 किग्रा कुश्ती स्पर्धा के फाइनल से बाहर हो गईं। उन्हें कैटेगरी से 100 ग्राम ज्यादा वजन होने की वजह से अयोग्य घोषित कर दिया गया।

लेकिन आज हम आपको मध्य प्रदेश की महिला पहलवान शिवानी पवार के विषय में बताएंगे जिन्हें ओलंपिक में जाने का मौका नहीं मिला।

जीत चुकी है कांस्य पदक 

शिवानी भी 50 किग्रा वर्ग में ही खेलती हैं, लेकिन ओलंपिक में भारत के प्रतिनिधित्व का जिम्मा विनेश फोगाट को मिला। हालांकि, विनेश 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से अयोग्य घोषित कर दी गईं। शिवानी बीते तीन साल से ओलंपिक की तैयार कर रही थीं। हालांकि, रुकावटों ने उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया। किर्गिस्तान के बिश्चेक में हुई एशियाई महिला कुश्ती चैंपियनशिप में उन्होंने 50 किग्रा वर्ग में भारत के लिए कांस्य पदक जीता था। 

विनेश के अयोग्य घोषित होने पर जताया दुःख 

शिवानी ने विनेश के फाइनल से पहले बाहर होने पर निराशा जताई। उन्होंने कहा, विनेश फाइनल मुकाबला जीतने की योग्यता रखती थीं, लेकिन वजन के कारण वह नहीं खेल पाईं। इसका बड़ा दुख है। वहीं, ट्रायल्स की प्रक्रिया पर चर्चा करते हुए शिवानी ने कहा, नियमों के हिसाब से ट्रायल्स के माध्यम से चयन होता तो कुश्ती में स्वर्ण पदक देश की झोली में होता।

ट्रायल में विनेश से पांच अंक आगे थी

अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संघ के नियम से पहलवान एक वजन वर्ग में ही खेल सकता है, पर विनेश 50 और 53 किग्रा वर्ग में खेलीं। शिवानी ने कुश्ती संघ और भारतीय ओलंपिक संघ को शिकायत भी की। शिवानी की प्रतिभा को इससे समझ सकते हैं कि वह ट्रायल में पांच अंक आगे थीं। वे अभी सीमा सुरक्षा बल में तैनात हैं।

कोच बोले अवसर मिलना चाहिए था 

छिंदवाड़ा के छोटे से गांव से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर शिवानी को ले जाने वाले उनके कोच रहे कलशराम मर्सकोले ने कहा कि तब शिवानी के साथ गलत हुआ। नियम के अनुसार उन्हें ओलंपिक ट्रायल के आधार पर अवसर मिलना था।