अयोध्या राम मंदिर निर्माण के लिए पहली ईट रखने वाले राम जन्मभूमि ट्रस्ट के ट्रस्टी नेता कामेश्वर चौपाल का लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में निधन हो गया। उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए पहली ईंट रखी थी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने इसके लिए उन्हें ‘प्रथम कारसेवक’ की उपाधि से सम्मानित किया था।
जानिए कौन है कामेश्वर चौपाल ?
कामेश्वर चौपाल सुपौल जिले के मरौना प्रखंड के कमरैल गांव के रहने वाले थे. कामेश्वर चौपाल भारतीय जनता पार्टी बीजेपी के वरिष्ठ नेता रहे और विभिन्न पदों पर रहते हुए समाज सेवा में योगदान दिया. 24 अप्रैल 1956 को उनका जन्म हुआ था. इसके बाद मिथिला विश्वविद्यालय (दरभंगा) से एमए की डिग्री प्राप्त की थी. वे विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के संयुक्त सचिव भी रहे.
1989 में अयोध्या राम मंदिर निर्माण की पहली ईट रखी थी.
1989 में जब अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास किया गया, तब विहिप के नेतृत्व में कामेश्वर चौपाल को पहली ईंट रखने का गौरव प्राप्त हुआ. उन्होंने कहा था, “जैसे श्रीराम को शबरी ने बेर खिलाए थे, वैसा ही मान-सम्मान मुझे भी मिला.”
राम मंदिर के शिलान्यास के बाद बीजेपी में शामिल हो गये चौपाल
कामेश्वर चौपाल राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हो गए और बीजेपी में शामिल हो गए. 1991 में उन्होंने बीजेपी से रोसड़ा सुरक्षित लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा लेकिन हार गए. 1995 में बीजेपी से ही बेगूसराय की बखरी विधानसभा सीट से दो बार चुनाव लड़े लेकिन सफलता नहीं मिली.
2002 में बीजेपी से विधान परिषद के सदस्य बने
2002 में वे बिहार विधान परिषद के सदस्य बने और 2014 तक इस पद पर रहे. संघ की तरफ से उन्हें प्रथम कार सेवक का दर्जा दिया था. उन्होंने ही राम मंदिर निर्माण के लिए पहली ईंट रखी थी.