आईईडी विस्फोट में दोनों पैर गवां दी, फिर भी हार नहीं मानी, मिला शौर्य चक्र ….

देश के लिए दोनों पैर कुर्बान करने वाले कैमूर के लाल बिभोर कुमार सिंह को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शुक्रवार को शौर्य चक्र से सम्मानित किया। वे 25 फरवरी 2022 को औरंगाबाद के नक्सलवाद ग्रस्त इलाके में एक सर्च एंड डिस्ट्रॉय ऑपरेशन टीम का नेतृत्व कर रहे थे. कैमूर जिला के कुदरा प्रखंड के देवराढ़ कला गांव के दिलेश्वर सिंह के पुत्र बिभोर कुमार सिंह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 205 कमांडो बटालियन फॉर रिजॉल्यूट एक्शन के असिस्टेंट कमांडेंट है.

आईईडी विस्फोट में दोनों पैर गवां दी

सहायक कमांडेंट बिभोर कुमार सिंह का बायां पैर एक आईईडी विस्फोट से क्षतिग्रस्त होकर कट गया। देश के बलिदान का दृढ इच्छाशक्ति से दुश्मनों के गोलियों का सामना करते हुए कवरिंग फायर के साथ मोर्चा संभाला. अपने दोनों कटे हुए पैर के बावजूद बिना अपनी सुरक्षा के परवाह करते हुए देश के लिए आदम्य वीरता का परिचय देते हुए अपने दल का नेतृत्व करके कवर फायर देकर ऑपरेशन को सफल बनाया.

आज भी देश के लिए कार्य कर रहे है

नक्सल विरोधी अभियान में दोनों पैर गंवाने के बाद भी कैमूर का यह लाल सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन में अपनी सेवाएं जारी रखे हुए है।देश के लिए दोनों पैर कुर्बान करने वाले कैमूर के लाल बिभोर कुमार सिंह को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शुक्रवार को शौर्य चक्र से सम्मानित किया। वे 25 फरवरी 2022 को औरंगाबाद के नक्सलवाद ग्रस्त इलाके में एक सर्च एंड डिस्ट्रॉय ऑपरेशन टीम का नेतृत्व कर रहे थे।