रिपोर्ट- सुजीत पाण्डेय
जम्मू कश्मीर धारा 370 हटने के बाद विधानसभा चुनाव हो रहा है. इस चुनाव मे एनडीए मे फूट दिख रहा है. जम्मू कश्मीर मे भाजपा गठबंधन से अलग होकर चुनाव लड़ रही है. जदयू ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए मेनिफेस्टो भी जारी किया है. इस मेनिफेस्टो में जदयू ने कश्मीर के उन पत्थरबाजों को रिहा करने का वादा किया है, जो सेना पर पत्थरबाजी करते रहे हैं.
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष जीएम शाहीन ने मेनिफेस्टो जारी किया है. शाहीन ने कहा जदयू ने इन पत्थरबाजों को राजनीतिक कैदियों की श्रेणी में रखा है. हमारे पास घाटी के विभिन्न हिस्सों से 840 पत्थरबाजों के बारे में जानकारी है, जो जेलों में सड़ रहे हैं. उन पर या तो नेशनल कॉन्फ्रेंस या पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के सत्ता में रहने के दौरान मामला दर्ज किया गया था. उन्होंने आरोप लगाया कि “पिछली सरकारें सांठगांठ में शामिल थीं और पैसे के लिए युवाओं को गिरफ्तार करती थीं, जिसके कारण उन्हें गृह मंत्रालय से मामलों की समीक्षा करने की मांग करनी पड़ी.
जदयू ने इस बात पर जोर दिया कि घोषणापत्र स्थानीय आबादी की ज्वलंत चिंताओं को दूर करने और क्षेत्र में विकास और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है. जदयू का दावा है कि घोषणापत्र जम्मू-कश्मीर के लोगों को पसंद आएगा.