रिपोर्ट- सुजीत पाण्डेय
बिहार कोकिला से मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन दिल्ली एम्स में हो गया है. बिहार कोकिला शारदा सिन्हा के निधन के बाद छठ पर्व शोकाकुल में तब्दील हो गया है. छठ पर्व में जब तक शारदा सिन्हा का गीत साउंड बॉक्स में नहीं बजता है तब तक अधूरा माना जाता था. अब खुद बिहार कोकिला शारदा सिन्हा नहीं है तो पर्व में खालीपन ज़रूर महसूस होगा.
शारदा सिन्हा की हालत पिछले कुछ दिनों से गंभीर बनी हुई थी और उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था. शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल लगातार गिर रहा था, जिसके बाद उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया था. लंबे समय से ब्लड कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं. शारदा के बेटे अंशुमन सिन्हा ने पहले ही बताया था कि उनकी मां की हालत नाजुक है और डॉक्टर आईसीयू में उनकी निगरानी कर रहे थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फोन कर शारदा सिन्हा की तबीयत के बारे में जानकारी ली और अंशुमन को हिम्मत न हारने के लिए प्रेरित किया था.
शारदा सिन्हा का निधन छठ महापर्व के समय हुआ, जो उनके लाखों प्रशंसकों के लिए एक दुखद क्षण है. उनका संगीत, खासकर छठी मैया के गीत, हमेशा लोगों के दिलों में गूंजता रहेगा.