कारगिल के शहीदों को अनोखे अंदाज में दी गई श्रद्धांजलि, ऑनलाइन जुड़ें इतने लोग

रिपोर्ट: डेस्क

आज “जम्मू कश्मीर अध्ययन केन्द्र” दक्षिण बिहार एवं उत्तर बिहार प्रांत के तत्वावधान में कारगिल विजय दिवस के 25 वें वर्षगाँठ पर नई पीढ़ी को उनके अंदाज में जोड़ा गया. युवाओ को भक्ति की भावना से ओतप्रोत करने के लिए ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें देश के नामचीन हस्ती भी शामिल हुए.

वक्ताओं ने कहा 26 जुलाई 1999 के दिन ही भारतीय सेना के जवानों ने टाइगर हिल पर तिरंगा फहराकर कारगिल युद्ध में पाकिस्तान को हराया था। 84 दिनों तक चले इस युद्ध में भारतीय सेना के 527 जवान शहीद हुए थे, जबकि 1,363 घायल हुए थे। वहीं पाकिस्तान के 400 से अधिक सैनिक मारे गए थे। तब से देश के बहादुर सैनिकों द्वारा दिखाए गए अतुलनीय अदम्य साहस, वीरता और सर्वोच्च बलिदान की याद में उस दिन को ” कारगिल विजय दिवस ” के रूप में मनाया जाता है. कारगिल युद्ध में अपने दृढ़ निश्चय और अद्भुत शौर्य का प्रदर्शन करते हुए सर्वोच्च बलिदान कर शत्रुओं को रौंद देने वाले माँ भारती की रक्षा के लिए मातृभूमि पर सर्वस्व न्यौछावर करते हुए नापाक दुश्मनों को पराजित कर दुनिया में भारतीय सेना का डंका बजाने वाले माँ भारती के अमर बलिदानी वीर सपूत भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन वो हमारे जांबाजों एवं आज के युवाओं को हमेशा प्रेरणा देते रहेंगे।

इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता कैप्टेन मनोज सिंह, कैप्टेन अमित कुमार, कैप्टेन ओम प्रकाश तिवारी, अमितेश कुमार, रणधीर कुमार गांधी, दीपक कुमार, लोक रंजन, प्रभात भारद्वाज, रमन कुमार झा, अजय मिश्रा थे.