रिपोर्ट – राहुल प्रताप सिंह
बिहार के राजनीति में कब कौन पलट जाये, कब किसके राजनीतिक सुर बदल जाये कहा नहीं जा सकता है. पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति नाथ पारस ने भी अपने सियासी सुर बदल दिया है. पारस ने 2025 विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है.
नाइंसाफी हुई फिर भी NDA के साथ रहे
RLJP प्रदेश कार्यालय में आयोजित राज्य कमिटी क़ी बैठक में कहा क़ी लोकसभा चुनाव में हमारे साथ न इंसाफी हुई थी। फिर भी हम लोग एनडीए के साथ हैं।
भतीजे के राह पर चाचा .
2020 विधानसभा चुनाव के टिकट बंटवारे के बाद जिस तरिके से चिराज पासवान ने पुरे बिहार में मेहनत क़ी थी उसी प्रकार से चाचा भी करेंगे .
सम्मानजनक हिस्सा मिले.
पशुपति पारस ने कमिटी क़ी बैठक में कहा क़ी हमने आरएलजेपी को मजबूत बनाने और विधानसभा चुनावों में एनडीए को अपनी ताकत देने का संकल्प लिया है, बशर्ते कि हमें एक सम्मानजनक हिस्सा मिले.
अपने दम पर सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे
पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने कहा कि हमारी बैठक में हमने आरएलजेपी को मजबूत बनाने और विधानसभा चुनावों में एनडीए को अपनी ताकत देने का संकल्प लिया है, बशर्ते कि हमें एक सम्मानजनक हिस्सा मिले. हम अपने दम पर सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे.
तरारी सीट से किया उम्मीदवार का ऐलान
बिहार की चार विधानसभा सीटों तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज में उपचुनाव तय है। इन चारों सीट के विधायकों ने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की, जिसके कारण उपचुनाव कराया जाना है।
जानकारी के मुताबित पशुपति पारस ने आरएलजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नरेंद्र नाथ पांडे उर्फ सुनील को तरारी सीट के लिए “उम्मीदवार” के रूप में भी प्रस्तावित किया, जो कि सीपीआई (एमएल) के विधायक सुदामा प्रसाद के इस्तीफे के लिए खाली हो गई है. पारस ने कहा कि नरेंद्र नाथ पांडे टफ फाइट देंगे. उन्होंने 2020 में एक निर्दलीय के रूप में बेहतरीन चुनाव लड़ा था. इस बारे में भाजपा को विचार करना चाहिए.