बीजेपी के 18 विधायकों पर गिरी गाज , लगाया तानाशाही का आरोप ..

रिपोर्ट – राहुल प्रताप सिंह 

मानसून सत्र के पांचवें दिन भाजपा के 17 विधायकों को सदन से निलंबित कर दिया गया है. ये निलंबन 2 अगस्त दोपहर 12:30 बजे तक प्रभावी रहेगा. झारखंड (Jharkhand) के अठारह बीजेपी विधायकों को गुरुवार को सदन छोड़ने से इनकार करने पर 2 अगस्त दोपहर 2 बजे तक विधानसभा से निलंबित कर दिया गया और मार्शलों द्वारा हटा दिया गया. 

विधानसभा अध्यक्ष ने क़ी करवाई 

विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने बीजेपी सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की. बीजेपी विधायकों पर आरोप है कि उन्होंने पिछले दिन विपक्षी विधायकों को मार्शलों द्वारा बाहर निकाले जाने और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा उनके सवालों का उत्तर देने से इनकार करने के विरोध में सदन में हंगामा किया था.

क्या है आरोप ?

बीजेपी विधायकों पर आरोप है कि उन्होंने पिछले दिन विपक्षी विधायकों को मार्शलों द्वारा बाहर निकाले जाने और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा उनके सवालों का उत्तर देने से इनकार करने के विरोध में सदन में हंगामा किया था.

पूरी रात विधानसभा में रहे विधायक 

झारखंड के कई बीजेपी विधायकों ने बुधवार की रात विधानसभा लॉबी में बिताई, जब मार्शलों ने उन्हें सदन के वेल से बाहर निकाल दिया. वहां पर वे रोजगार सहित अहम मुद्दों पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा सवालों के जवाब नहीं मिलने के बाद प्रोटेस्ट 

कर रहे थे. 

अमर बाउरी ने महागठबंधन पर लगाया आरोप 

बीजेपी विधायकों ने विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राज्य में जेएमएम सरकार के इशारे पर विधानसभा अध्यक्ष ने ‘लोकतंत्र की हत्या’ की है. 

विपक्ष के नेता अमर बाउरी ने दावा किया कि गुरुवार की घटना से पता चलता है कि राज्य सरकार तानाशाह बन गई है. उन्होंने कहा, “हमने सरकार से लोगों से जुड़े मुद्दों पर जवाब देने की गुजारिश की थी. 

जो कुछ हुआ वह विपक्षी विधायकों की आवाज दबाने की कोशिश है.” बाउरी ने दावा किया कि सत्तारूढ़ जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन ने विधानसभा के इतिहास में एक काला अध्याय जोड़ दिया है.

उन्होंने आगे कहा कि हम इस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे. हमारी बिजली काट दी गई, कल सरकार ने हमें शौचालय जाने से रोक दिया. जनता सब देख रही है, लोग जेएमएम को करारा जवाब देंगे.