जदयू ने ललन सिंह को किया दरकिनार, नहीं दी कोई जिम्मेदारी

रिपोर्ट- सुजीत पाण्डेय

बिहार की सत्ताधारी पार्टी जदयू ने कल एक पत्र जारी किया जिसमें दल के सभी बड़े नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है लेकिन उस पत्र में ललन सिंह का नाम नहीं है. बता दें कि इस लिस्ट में 23 नेताओं को जगह मिली है, लेकिन ललन सिंह को जगह नहीं मिल पाई है.

जेडीयू ने 23 पार्टी पदाधिकारियों की सूची जारी की है. जदयू के इस एक्शन से सभी कार्यकर्ताओं के बीच खलबली मच गयी है. कार्यकर्ता चर्चा कर रहे हैं कि ललन सिंह का आखिर नाम क्यों नहीं है. क्या ललन सिंह का जदयू से पत्ता कटेगा जैसे आरसीपी सिंह का कटा था.

बता दें ललन सिंह वर्तमान मे मुंगेर के सांसद और केंद्रीय मंत्री हैं. इससे पहले जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे. एनडीए में गठबंधन के पहले ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष से हटाकर खुद नीतीश कुमार जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे. बताया जाता है कि जो केंद्रीय मंत्री मोदी कैबिनेट में बनता है उसका झुकाव मोदी के प्रति ज्यादा हो जाता है. इससे नीतीश कुमार नाराज हो जाते हैं इसका परिणाम ये होता है की धीरे धीरे उसे पार्टी से दरकिनार किया जाता है.

दरअसल, जेडीयू अध्यक्ष सीएम नीतीश कुमार ने पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के कार्य का विभाजन किया है. इसको लेकर पार्टी ने शुक्रवार को प्रेस रिलीज भी जारी की है. जारी लिस्ट के अनुसार सीएम नीतीश कुमार राष्ट्रीय अघ्यक्ष रहेंगे. राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा कार्यकारी अध्यक्ष होंगे. वशिष्ट नारायण सिंह को उपाध्यक्ष बनाया गया है. इसके अलावा केसी त्यागी को राजनीतिक सलाहकार और प्रवक्ता पद की जिम्मेदारी मिली है. वहीं, सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन को कोषाध्यक्ष बनाया गया है। बता दें कि इस लिस्ट में 23 नेताओं को जगह मिली है, लेकिन ललन सिंह को जगह नहीं मिल पाई है.