रिपोर्ट – राहुल प्रताप सिंह
बिहार चुनाव में करीब एक साल का समय बचा है हालांकि ये एक साल राजनीतिक पार्टियों के लिए ज्यादा बड़ा समय नहीं होता है. बिहार में सत्ताधारी गटबंधन राष्ट्रीय जनतांत्रिक (एनडीए) में मुख्यमंत्री फेस को लेकर बहस तेज हो गई है. इसी बीच CM नीतीश कुमार चंपारण से प्रगति यात्रा पर रवाना हो गए हैं. इस यात्रा की शुरुआत से पहले नीतीश की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) ने एक पोस्टर जारी किया. इस पोस्टर के कई कयास लगाये जा रहे है.
“जब बात बिहार की हो, नाम सिर्फ नीतीश कुमार का
बता दें की नीतीश कुमार के प्रगति यात्रा पर निकलने से पहले उनकी पार्टी की ओर से एक्स (X) हैंडल पर एक पोस्टर जारी कर स्लोगन लिखा गया है, “जब बात बिहार की हो, नाम सिर्फ नीतीश कुमार का हो.” इस पोस्टर के पीछे कोई सियासी संकेत तों नहीं छिपी हुई है क्यूंकि अभी NDA में कुछ अंदरूनी खटपट चल रही है इसी बिच ये पोस्टर कई संकेत खड़ा करता है.
पोस्टर से सियासी पारा चढ़ा
सवाल है कि अभी जब 2025 के विधानसभा चुनाव में वक्त है तो पोस्टर जारी कर पार्टी ने इशारा किसके तरफ किया है ? बीजेपी के नेता यह जरूर कह रहे हैं कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाना है. एनडीए में जब 2025 के विधानसभा चुनाव के नेतृत्व को लेकर चर्चाओं को बाजार गर्म है इसी बीच पोस्टर पर लिखा गया संदेश कहीं न कहीं ये बता रहा है कि जो हैं नीतीश कुमार ही हैं.
विकास कार्यों के श्रेय लेने यात्रा पर निकले है CM नीतीश
माना जा रहा है नीतीश कुमार ‘प्रगति यात्रा’ के जरिए बिहार की जनता की सियासी मन जानना चाहते हैं. वे यात्रा के जरिए सियासी संदेश देना चाहते हैं कि जो विकास कार्य हुए हैं वो नीतीश कुमार की सरकार में ही हुए हैं. यानी इन विकास कार्यों का श्रेय लेकर नीतीश कुमार विधानसभा चुनाव में अपने पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हैं.