रिपोर्ट: सुजीत पाण्डेय
प्रशांत किशोर चुनावी प्रबंधन के लिए प्रसिद्ध है. इन दिनों बिहार मे डेरा जमाये हुए है. बिहार मे प्रशांत किशोर के होने से आम जनता मे नहीं राजनीती दलों मे खलबली मचा हुआ. राजद प्रशांत किशोर को भाजपा का बी टीम बता रही है. प्रशांत किशोर की टीम ने इसे राजद की घबराहट बता रहा है.
पूरी बात समझिये, दरअसल आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने जो पत्र पार्टी कार्यकर्ताओं को लिखा है उसमें प्रशांत किशोर के जन सुराज यात्रा से दूर रहने की सख्त हिदायत दी गयी है. खत में साफ लिखा है कि अगर पार्टी का कोई भी नेता-कार्यकर्ता जम सुराज यात्रा में सहयोग करता है तो उसके खिलाफ समुचित कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने खत में प्रशांत किशोर की जाती बताते हुए लिखा है कि प्रशांत किशोर की मंशा बीजेपी की शक्ति को बढ़ावा देने की है.
PK का धमक
राजद जों बिहार की सबसे बड़ी पार्टी है उसके प्रदेश अध्यक्ष को जब पत्र लिखना पड़ रहा है इससे ये बात पूरी तरह साफ हो गयी है कि बिहार में जन सुराज यात्रा की धमक बढ़ रही है. वही प्रशांत किशोर की जन सुराज की टीम ने पत्र का जवाब दिया है. जन सुराज के पार्टी बनने की घोषणा भर से बिहार का सबसे मजबूत दल होने का दावा करने वाली RJD की घबराहट देखिए। बेचारे अपने दल में मची अफरा-तफरी और RJD छोड़कर जाने वाले नेताओं को रोकने के लिए अपने ही नेताओं और कार्यकर्ताओं को धमकी दे रहे हैं। भय और अपराध की राजनीति इनकी फितरत है। पहले बिहार की जनता ने छोड़ा अब दल के कार्यकर्ता और नेता छोड़ रहे हैं।
बहरहाल कुछ दिन पहले तक जन सुराज मे मुखिया या पंचायत स्तर के लोगो को जोड़ने की खबर आती थी अब आरजेडी के नेताओं-कार्यकर्ताओं को जन सुराज से जुड़ना इस बात का संकेत है कि 2025 के विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर बड़ी सियासी ताकत के रूप में उभर सकते हैं. अगर हालात ऐसा रहा तो बिहार मे 2025 मे 2005 वाला हाल हो जायेगा.