रिपोर्ट- सुजीत पाण्डेय
मोदी के तीसरे कार्यकाल में एनडीए के सहयोगी दल विपक्ष के हर एक मुद्दे पर उनके साथ खड़े हो रहे है, जिससे मोदी सरकार को कई फैसले वापस लेने पड़ रहे हैं. अब राहुल गांधी के एक और मुद्दे के साथ मोदी के हनुमान कहे जाने वाले चिराग पासवान और नीतीश कुमार ने भी सुर से सुर मिलाया है. इससे लग रहा है NDA मे भारी फूट है ?
चिराग आरक्षण में क्रीमी लेयर, आरक्षण को लेकर भारत बंद, ‘लेटरल एंट्री’ और फिर जातिगत जनगणना पर एनडीए से मुखर दिखे और नीतीश कुमार की पार्टी जदयू भी विपक्ष के समर्थन में खड़ी है. वही इजरायल को लेकर जदयू ने विपक्ष के साथ सुर मिला लिया है. जदयू के एक सीनियर पदाधिकारी ने कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी का समर्थन करते हुए कहा है कि केंद्र सरकार को इजरायल की मदद तत्काल बंद कर देनी चाहिए.
नीतीश कुमार विपक्ष के साथ सुर से सुर मिला रहे है ये ज्यादा चिंता की बात नहीं है, क्योंकि 2013 से उनके फ़ितरत में ये शामिल है. सबसे ज्यादा चिंता चिराग पासवान दे रहे हैं. चिराग पासवान 2014 से मोदी के साथ खड़े हैं. विरोध में एक शब्द नहीं बोला है लेकिन इधर के दिनों में जब से चिराग केंद्रीय मंत्री बनें है तब से विपक्ष के कई मुद्दे पर साथ खड़े हो रहे हैं. चिराग के इस कदम से NDA में बड़ी फूट की संभावना दिख रही है.