बिहार की राजनीती पिछले साल दिसंबर से पलटीमार पॉलिटिक्स की ओर करवट लेती दिख रही है. अब पलटीमार पॉलिटिक्स को जोर दे रहा है लालू यादव का ताज़ा बयान. लालू यादव ने कहा अगर वह (नीतीश) साथ आते हैं तो उनका स्वागत करेंगे. वही तेजस्वी यादव अलग राय रखते हैं. उनके मुताबिक ‘इस साल चाचा की विदाई तय है.’
लालू यादव नए साल पर पटना में एक निजी चैनल के इंटरव्यू में नीतीश को साथ आने का सीधे-सीधे न्योता दे दिया. बातचीत के दौरान आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए उनका दरवाजा हमेशा खुला है. उन्होंने कहा कि सीएम को भी अपना दरवाजा खुला रखना चाहिए. उन्होंने अपने अंदाज में कहा कि हमलोग मिल बैठकर फैसला लेते हैं.
लालू यही नहीं रुके उन्होंने कहा नीतीश की सारी गलतियां माफ़ कर देंगे. नीतीश सही निर्णय नहीं लेते है. भाग जाते है. फिर भी अगर आते हैं तो उनके लिए दरवाजा खुला है. उनको माफ़ करके साथ रख लेंगे.
लालू के इस बयान से परिवार में मतभेद देखने को मिल रहा है तेजस्वी लालू से बिल्कुल अलग बात कर रहे है. नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि ‘इस साल चाचा की विदाई तय है.’ उन्होंने कहा कि ‘अब नए बीज की जरूरत है, क्योंकि 20 साल एक ही बीज बोने से फसल बर्बाद होती है.’
नए राज्यपाल के शपथ ग्रहण समारोह में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी पहुंचे। जहां पत्रकारों से तेजस्वी ने कहा पत्रकारों को संतुष्ट करने के लिए लालू जी ने कुछ कह दिया, तो इसमें क्या परेशानी है? हम तो पहले ही अपनी बात स्पष्ट कर चुके हैं.
रिपोर्ट- सुजीत पाण्डेय