नीतीश के लाल को राजनीती नहीं हरे रामा हरे कृष्णा पसंद है

रिपोर्ट- सुजीत पाण्डेय

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजनीती के उस्ताद माने जाते है. कई मौके पर नीतीश ने अपने अंदाज अपने सहयोगी और विपक्ष को जवाब दिया है वही नीतीश के बेटे निशांत राजनीती के क ख ग भी नहीं जानते है और जाना भी नहीं चाहते है.पत्रकारों ने सवाल किया – क्या आप राजनीति में आएंगे? इस पर उन्होंने कहा ऐसी कोई बात नहीं है. मैं अध्यात्म में विश्वास करता हूं.राजनीति को लेकर उन्होंने साफ इनकार कर दिया और कहा कि राजनीति में आने का उनका कोई इरादा नहीं है.

बता दे बीते दिन जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद के बैठक के पहले ये खूब चर्चा होने लगा था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार राजनीति में कदम रखेंगे या नहीं.

पटना में दुकान से खरीददारी करने के बाद मीडिया से बात करते हुए निशांत ने कहा कि वह आध्यात्मिक दृष्णिकोण से मोबाइल की दुकान पर आए हैं . उन्होंने कहा कि मैं मोबाइल पर हरे रामा- हरे कृष्णा सुनता हूं, उसमें आवाज अच्छी तरह से नहीं आती है इसलिए स्पीकर खरीदने आया हूं तांकि और अच्छा से सुन सकूं. निशांत ने राजनीति में आने की संभावना को करते हुए कहा कि वह आध्यात्म के पथ पर चल रहे हैं. इसके बाद सीएम नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार सुरक्षाकर्मियों के साथ खरीदारी के बाद सफेद रंग की कार से रवाना हो गए.