रिपोर्ट: राहुल प्रताप सिंह
बिहार और झारखण्ड में कल से राजनीतिक हलचलें तेज हो गयी है एक तरफ बिहार में विधानपार्षद क़ी कुर्सी छीन ली गयी तो दूसरी तरफ झारखण्ड के दों विधायकों को उनका विधायकी वापस लें ली गयी.
दरअसल, ये मामला इस साल 12 फरवरी का है। राजद के एमएलसी सुनील कुमार सिंह पर बजट सत्र के दौरान असंसदीय टिप्पणी और अमर्यादित आचरण करने का आरोप लगा था। राजद के एमएलसी सुनील कुमार सिंह पर बजट सत्र के दौरान असंसदीय टिप्पणी और अमर्यादित आचरण करने का आरोप लगा था।
इसके बाद विधान पार्षद रामवचन राय की अध्यक्षता वाली आचार समिति ने रिपोर्ट में सुनील कुमार सिंह को अनैतिक आचरण का दोषी पाया है। सभापति अवधेश नारायण सिंह ने करवाई करते हुए उनकी सदस्यता रद्द कर दि.
झारखण्ड के भी दो विधायकों पर हुआ कार्रवाई ..
झारखंड में दो नेताओं की विधायकी चली गई है. स्पीकर कोर्ट ने 10वीं अनुसूची यानी दलबदल विरोधी कानून के उल्लंघन के आरोप में जेपी पटेल और लोबिन हेमब्रोम को विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा और भारतीय जनता पार्टी ने स्पीकर ट्रिब्यूनल में हेम्ब्रोम और पटेल के खिलाफ दलबदल विरोधी कानून के तहत कार्यवाही शुरू की थी. हेम्ब्रोम ने जेएमएम के आधिकारिक उम्मीदवार विजय हंसदक को चुनौती देते हुए राजमहल लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था.
पटेल लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए और हजारीबाग सीट से चुनाव लड़ा. हालांकि दोनों ही चुनाव हार गए थे.