रिपोर्ट- सुजीत पाण्डेय
बिहार में अपनी सरकार बनाने के लिए प्रशांत किशोर हर पैतरा आज़मा रहे हैं. अब शराबबंदी पर उन्होंने तुरुप का इक्का चल दिया है. जी हां उन्होंने सीधे सीधे बिहार में सरकार बनते ही फिर शराब चालू करने का बड़ा ऐलान कर दिया है. महात्मा गांधी को अपनी प्रेरणा बताकर होकर जन सुराज अभियान चलाने वाले प्रशांत किशोर शराबबंदी खत्म करना चाहते हैं. बिहार के दरभंगा में प्रशांत किशोर ने ऐसा दावा किया. उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी फेल है. उन्होंने महात्मा गांधी का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने भी शराबबंदी करने की बात नहीं कही थी. कहा कि हमारी सरकार बनी तो एक घंटे में शराबबंदी खत्म कर देंगे. प्रशांत किशोर दावा कर रहे हैं की बिहार में शराबबंदी का कोई फायदा नहीं है.
दरभंगा में जन सुराज अभियान के दौरान उन्होंने कहा की “सलाना 20 हजार करोड़ रुपए की हानि हो रही है. बिहार में खुलेआम अवैध रूप से शराब बिकती है. इसका पैसा भ्रष्ट अधिकारी और माफियाओं की जेब में जाता है. उन्होंने दावा किया है कि उनकी सरकार बनते ही एक घंटे में शराबबंदी को खत्म कर देंगे.” प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में शराबबंदी होने से राज्य का विकास हुआ है, इसका कोई प्रमाण नहीं है. महात्मा गांधी को लेकर कहा कि ‘नीतीश कुमार और उनके चेले बताते हैं कि महात्मा गांधी ने शराबबंदी का जिक्र किया था.’ उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार दिखाएं कि महात्मा गांधी ने ऐसी बात कहां कही थी. ‘अगर गांधी जी ने कहा कि कानून बनाकर शराबबंदी करना है तो इसका प्रामाण दिखाएं. मैं नीतीश कुमार का पैर पकड़ कर माफी मांग लूंगा.’ प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि उन्होंने महात्मा गांधी के विचार को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है. उन्होंने गांधी जी को लेकर कहा कि ‘उन्होंने कहा था कि शाकहारी होने के कई फायदे हैं’ इसका मतलब है कि कल नियम बना दिया जाएगा कि जो मांस खाएगा उसे जेल में डाल दिया जाएगा. बिहार में अधिकारी और माफिया की मिलीभगत से शराब की होम डिलीवरी हो रही है.
बता दें कि प्रशांत किशोर बिहार की राजनीति में मजबूती से कदम बढ़ा रहे हैं. 2 अक्टूबर को प्रशांत किशोर औपचारिक तौर पर राजनीतिक दल का गठन करने जा रहे हैं.