रिपोर्ट- सुजीत पाण्डेय
RJD के कई नेता लगातार प्रशांत किशोर से प्रभावित होकर जन सुराज अभियान से जुड़ रहे हैं। अभी कुछ ही दिनों पहले राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने एक पत्र जारी कर राजद के नेताओं से जन सुराज में नहीं जुड़ने की अपील की थी और ऐसा करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की बात भी कही थी। हालांकि जगदानंद सिंह के इस पत्र का कोई असर होता हुआ दिख नहीं रहा है। बड़ी संख्या में राजद और अन्य पार्टियों के नेता जन सुराज से जुड़ रहे हैं।
इसी कड़ी में भागलपुर के राजद नेता अजीत यादव पार्टी छोड़कर जन सुराज से जुड़ चुके हैं। वे भागलपुर में राजद के जिला प्रवक्ता थे और इसके पहले राजद के किसान प्रकोष्ठ से भी जुड़े रहे हैं। इसके अलावा राजद नेत्री आशा जायसवाल भी राजद छोड़कर जन सुराज से जुड़ गई हैं। आशा जायसवाल राजद महिला प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष और सुल्तानगंज से जिला परिषद सदस्य रह चुकी हैं। इन नेताओं के जन सुराज से जुड़ने का असर राजद आलाकमान पर भी दिखने लगा है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पत्र लिखकर इन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पीके यानी प्रशांत किशोर ने एक तरह से ठहाका लगाते हुए कहा ये राजद की हताशा को दिखाता है।