रिपोर्ट- सुजीत पाण्डेय
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले राज्य की राजनीती हर दिन करवट ले रही है. कभी इसका पलड़ा भारी और कभी उनका पलड़ा भारी होते दिख रहा है. राजद के वरिष्ठ नेता श्याम रजक नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में शामिल हो सकते हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार श्याम रजक जदयू के संपर्क में हैं और वो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाक़ात कर चुके हैं. इस मुलाक़ात के बाद साफ हो गया है कि श्याम रजक लालू और तेजस्वी को छोड़कर नीतीश के साथ होंगे. इसके पीछे बड़ा कारण कोई बड़ी नाराजगी नहीं बल्कि विधानसभा चुनाव 2025 में फुलवारी विधानसभा से प्रत्याशी बना है. श्याम रजक राजद में रहते तो उन्हें फुलवारी विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनाया जाता क्योंकि फुलवारी विधानसभा से वाम दल से विधायक हैं. वाम दल अपनी विनिंग सीट छोड़ दे ये बहुत मुश्किल है. इसलिए श्याम रजक ने बड़ा फैसला लिया है.
श्याम रजक फुलवारी शरीफ विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं. 20 अगस्त 2020 को जदयू छोड़कर फिर से राजद में शामिल होने से पहले, वो नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार में उद्योग मंत्री के रूप में कार्यरत थे. उन्होंने इससे पहले जनता दल यूनाइटेड सरकार में 2010-2015 तक खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री के रूप में कार्य किया है. उन्होंने राबड़ी देवी के राजद शासन में बिहार सरकार में ऊर्जा, जनसंपर्क विभाग और कानून राज्य मंत्री के रूप में भी काम किया है. 2010 के चुनाव से एक साल पहले उन्होंने जेडीयू का दामन थाम लिया. 2010 और 2015 के चुनाव में जेडीयू प्रत्याशी के तौर पर विधायक बने थे.