रिपोर्ट – राहुल प्रताप सिंह
झारखंड विधानसभा के बाहर मानसून सत्र के आखिरी दिन विरोध का अनोखा नजारा देखने को मिला. विपक्ष के निलंबित विधायकों ने झारखण्ड विधानसभा में हेमंत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया है.
बालू बेचकर किया विरोध
झारखण्ड विधानसभा में विपक्ष के निलंबित विधायकों ने सरकार की बालू नीति का विरोध करते हुए बालू बेचकर अपना विरोध प्रदर्शन किया.
सदन में तराजू लेकर पहुंचे निलंबित विधायक
बीजेपी के निलंबित विधायक सदन में बालू और तराजू लेकर पहुंचे. निलंबित विधायकों ने राज्य में बालू की कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए कहा कि मुफ्त बालू को लेकर सरकार द्वारा की गई घोषणा बिल्कुल हवा हवाई है और इसका लाभ मिलना संभव नहीं है. ऐसे में राज्य सरकार को आईना दिखाने के लिए निलंबित विधायक सदन के बाहर बालू बेचकर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
सदन में विधायकों ने 1000 रूपये किलो ख़रीदा बालू
सदन में विधायकों ने 1000 रुपये किलो बालू बेचकर विरोध जताया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गरीबों के लिए मुफ्त बालू देने का एलान किया था, लेकिन इसका असर अभी भी नहीं दिखाई दिया।
प्रदर्शन के दौरान बीजेपी के कुछ सदस्य नकद तो कुछ उधार में बालू खरीदते दिखे। पांकी विधायक ने लोगों को आवाज लगाकर कहा-‘बालू ले लो बालू। पलामू-गढ़वा का बालू 1000 रूपये किलो।’ उन्होंने आगे कहा कि मंत्री मिथिलेश ठाकुर के आदमी को देना पड़ गया, नदी में पानी आ गया, भाड़ा देना पड़ गया, इसलिए 1000 किलो बालू बेच रहे हैं। पलामू-गढ़वा में इससे भी महंगा बालू बिक रहा है।’
क्यों निलंबित हुए थे विधायक ?
झारखंड विधानसभा के स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने गुरुवार को भाजपा के कुल 18 विधायकों को सदन में अमर्यादित व्यवहार करने, सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद भी वेल में धरना देने, सदन की गोपनीयता भंग करने के लिए 2 अगस्त को अपराह्न दो बजे तक के लिए निलंबित कर दिया था.