झारखण्ड के राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन पर सबकी नजरें टिकी हुई है झामुमो से अलग होकर क्या वे भाजपा में शामिल होंगे या कोई नई पार्टी बनाएंगे ये तो आने वाला वक़्त बताएगा. इसी बिच असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा के बयान ने फिर से राजनीतिक माहौल कों गर्मा – गर्म कर दिया है.
रिपोर्ट – राहुल प्रताप सिंह
चंपई और हेमंत का भाजपा में स्वागत है – हेमत बिस्वा
रांची में मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम हेमंत ने कहा,”मैं चाहता हूं कि चंपई सोरेन भाजपा में शामिल हों और हमें ताकत दें लेकिन वह एक बड़े नेता हैं, मुझे नहीं लगता कि उन पर टिप्पणी करना सही है। मैं तो चाहता हूं कि हेमंत सोरेन भी भाजपा में शामिल हों। भाजपा का मतलब देशभक्ति है। हम झारखंड में घुसपैठियों को रोकने के लिए हेमंत सोरेन जी से बात करने के लिए भी तैयार हैं।”
घुसपैठी मुक्त झारखण्ड बनाने का है लक्ष्य – असम सीएम
रांची में असम सीएम ने कहा,”हमें झारखंड को बचाना है। हमारे लिए देश पहले है। आज झारखंड के सामने सबसे बड़ी समस्या घुसपैठिए हैं। हमारी पार्टी का एकमात्र उद्देश्य है कि आप चुनाव के दौरान किए गए वादों को पूरा करें और झारखंड को घुसपैठियों से मुक्त करें।
चंपई सोरेन के सामने 3 रास्ते – हेमंत बिस्वा
हेमंत बिस्वा सरमा ने चंपई सोरेन के लिए कहा कि उनके सामने तीन रास्ते हैं कि या तो वो संन्यास लेंगे या अपनी पार्टी बनाएंगे. इसके अलावा उन्हें किसी सही साथी की तलाश है, जिसका हाथ पकड़ को थामेंगे. अब देखते हैं अभी वो दिल्ली में हैं और उनसे बातचीत के लिए अभी रास्ता खुला हुआ है.
फिलहाल दिल्ली में है चंपई सोरेन
चंपई सोरेन आज दिल्ली में हैं। सूत्रों के मुताबिक, वो भाजपा के दिग्गज नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं। शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था कि वो अगले दो-तीन दिनों में अपना रुख स्पष्ट करेंगे।