पुनपुन से गया तक पिंडदान करना होगा आसान, इस हॉल्ट पर रुकेंगी जनशताब्दी से लेकर कई एक्सप्रेस ट्रेनें

रिपोर्ट- सुजीत पाण्डेय

17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक पितृपक्ष के दौरान आपको पटना जिले मे स्थित पुनपुन घाट से लेकर 100 किलोमीटर दूर गयाजी मे पिंडदान करना अब होगा आसान. यू कहिए चंद घंटो मे आप दोनों जगह पिंडदान कर सकते है. पितृपक्ष मेले में आनेजाने वाले श्रद्धालुओं को ट्रेन की सुविधा के लिए पूर्व मध्य रेल ने पुनपुन घाट हॉल्ट पर पटना से आनेजाने वाली ट्रेनों के अस्थायी ठहराव कराने का निर्णय लिया है.

इसमें पटना-भभुआ रोड-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस, सिंगरौली-पटना, पटना-रांची जनशताब्दी एक्सप्रेस सहित 18 जोड़ी ट्रेनों को दो मिनट के लिए अस्थायी ठहराव किया जाएगा. यह ट्रेन 17 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक पुनपुन घाट हॉल्ट पर दो-दो मिनट रूकेगी. इसके अलावा अनुग्रह नारायण रोड और चिरैला पौथू के बीच स्थित अनुग्रह नारायण स्नान घाट पर भी 10 ट्रेनों का अस्थायी ठहराव किया जाएगा.

बता दे पितृपक्ष के पहले दिन पटना जिले की पुनपुन नदी में स्नान कर पिंडदान का विधान है. मान्यता के अनुसार, पितरों का गयाजी में पिंडदान करने से पहले यहां पिंडदान करना जरूरी होता है. पुनपुन में पिंडदान करने के बाद ही गया में पिंडदान को संपन्न माना जाता है. पिंडदानी पुनपुन नदी में श्राद्ध करने के बाद गया के लिए रवाना होते हैं.