अरुणाचल प्रदेश के नवांग छोंजोंग और गुमिन CAU इम्फाल के बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट के सदस्य मनोनीत ..

सेंट्रल एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, इम्फाल (मणिपुर) के बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले के ग्यांगखर गांव की सामाजिक कार्यकर्त्ता नवांग छोंजोंग तथा ईस्ट सियांग जिले के सिका-बामिन गांव के किसान गुमिन मेगु को तीन वर्षो के लिए बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट में सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया है.

कौन है नवनियुक्त सदस्य नवांग छोंजोंग और गुमिन मेगु ?

बता दें की अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले के ग्यांगखर गांव की रहने वाली नवांग छोंजोंग तथा ईस्ट सियांग जिले के सिका-बामिन गांव के रहने वाले गुमिन मेगु को सेंट्रल एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, इम्फाल (मणिपुर) के बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट में सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया है, जिसकी अवधि तीन वर्ष होगी। 

120 महिलाओं को जोड़कर एक किसान उत्पादक कंपनी चलाती है नवांग छोंजोंग

नवांग छोंजोंग सुदूर तवांग क्षेत्र की महिलाओं को स्वावलंबी बनाने हेतु सिलाई, प्रोफेशनल फार्मिंग एवं जैविक खेती का प्रशिक्षण दे रही हैं तथा रसायनों व कीटनाशकों के दुष्प्रभावों को लेकर गांव-गांव जाकर जागरूकता फैला रही हैं। उन्होंने 120 महिलाओं को जोड़कर एक किसान उत्पादक कंपनी की भी स्थापना की है, जो महिला नेतृत्व में ग्रामीण विकास का प्रेरक उदाहरण है। 

प्रगतिशील किसान के रूप में विख्यात है गुमिन मेगु 

गुमिन मेगु एक मॉडल प्रगतिशील किसान हैं, जो 5300 वर्ग मीटर में मछली पालन, 4700 वर्ग मीटर में एरी रेशम पालन, 20,000 वर्ग मीटर में धान की खेती, 15,000 वर्ग मीटर में मक्का की खेती, 4300 वर्ग मीटर में सुपारी की खेती, मधुमक्खी पालन और बांस की खेती कर रहे हैं। 

अरुणाचल के लोगों में ख़ुशी

अरुणाचल प्रदेश के दो लोगों की इस उपलब्धि पर इनके गांव के लोग काफी खुश है. गांव के लोग कहते है की हमें अत्यंत खुशी हो रहा है और इस उपलब्धि पर हमें गर्व है. दोनों ही व्यक्तित्व राज्य के किसानों के हित में सेंट्रल एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर कार्य करते हुए कृषि क्षेत्र को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, और समाज में इनकी नियुक्ति से गर्व और प्रेरणा का वातावरण बना है।